
जयपुर। होटल क्लाक्र्स आमेर में चल रहे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण में, स्कूल के स्टूडेंट्स द्वारा तैयार आर्ट इंस्टॉलेशन्स आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। जिसका उदेश्य समाज में एक नया दृष्टिकोण और बदलाव की लहर लाना है। यह आर्ट इंस्टॉलेशन्स जयपुर के जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट्स द्वारा तैयार किए गए हैं।

पहला आर्ट इंस्टॉलेशन, जिसे पर्सपेक्टिव नाम दिया गया है, दर्शाता है कि कैसे हर किसी की अपनी यात्रा होती है और इसे सामाजिक मानदंडों द्वारा सीमित नहीं किया जा सकता है। पेड़ की शाखाओं और कार्डबोर्ड जैसे वेस्ट मटेरियल से बना यह इंस्टॉलेशन जीवंत और रंगीन तितलियों को प्रदर्शित करता है। इस इंस्टालेशन की क्यूरेटर कक्षा 12वीं की श्रेया माहेश्वरी और कक्षा 11वीं की आशिका गुप्ता ने कहा कि कलाकृति के माध्यम से, वे यह दर्शाना चाहते थे कि सामाजिक सीमाओं और सामाजिक अपेक्षाओं के बावजूद, हर कोई अलग है और तितलियों की तरह ही अपना जीवन जीने के लिए अपना रास्ता स्वयं तय करते हैं।
जेपीआईएस स्टूडेंट्स द्वारा डिस्मेंटल्ड इमोशन्स नामक एक अन्य इंस्टॉलेशन वर्तमान समय में टीनएजर्स की दशा को जटिल रूप से दर्शाता है कि किस प्रकार से अकेलेपन, अवसाद जैसे भावनात्मक असंतुलन उन्हें प्रभावित करते हैं। रीसाईकिल्ड फाइबर, क्ले, रेजिन, मेटल रॉड जैसी सामग्रियों से बना इन्सटॉलेशन, विभिन्न रंगों में शरीर के विभिन्न अंगों को प्रदर्शित करता है, जो उनकी अनगिनत भावनाओं को दर्शाती है।
इन्सटॉलेशन की क्यूरेटर्स में से एक, 11वीं कक्षा की जेनी गोयल ने कहा कि इसे इन्सटॉल करने के पीछे का उद्देश्य टीनएजर्स की भावनात्मक अव्यवस्था को दिखाना था, और जब वे मानसिक दबाव से गुजरते हैं, तो उनके पास बात करने के लिए कोई नहीं होता है। उन्होंने कहा, यह इंस्टॉलेशन इस संबंध में लोगों में अधिक जागरूकता फैलाने का एक माध्यम है।
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