
जयपुर। पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने हम सभी को अंदर तक व्यथित कर दिया है। परिवार के साथ सुखद समय बिताने के उद्देश्य से गए लोगों के लिए यह यात्रा एक जीवन भर का दुख दे गई। अभी तक उन परिवारों की मनोस्थिति सोचकर मन सिहर उठता है जिनके परिजनों को उनके सामने मार दिया गया।
ऐसे समय में मैंने इस वर्ष 3 मई को अपना जन्मदिन न मनाने का फैसला किया है। मेरी सभी प्रशंसकों एवं कार्यकर्ताओं से अपील है कि इस दिवस पर अगर आपने कोई कार्यक्रम प्रस्तावित किया है तो मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए इसे रक्तदान शिविर एवं सेवा कार्यों तक ही सीमित रखें। इसके अतिरिक्त किसी तरह का जश्न न मनाएं।
यह उन सभी दिवंगत आत्माओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि है और उनके परिवारों के प्रति एकजुटता का प्रतीक है। इस दुख की घड़ी में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ हैं।