
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से असम के तिनसुकिया जिले में स्थित बागजान तेल के कुएं में भीषण आग लगी हुई है। दरअसल, बीते दो हते से कुएं में अनियंत्रित तरीके से गैस का रिसाव हो रहा था। ऑयल इंडिया और लोकल प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए था और नियंत्रण की भी कोशिश की जा रही थी. लेकिन अचानक भीषण आग लग जाने से यह मामला खतरनाक बन गया हैं।
दो अग्निशमन कर्मियों की मौत
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तेल कुएं में लगी आग इतनी भीषण है कि उसकी लपटें दो किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी से देखी जा सकती हैं। आग ने करीब 200 मीटर की परिधि में लगभग 15 घरों को पूरी तरह जला दिया है, जबकि अन्य 15 घर आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं।
यह भी पढ़े- मारुति सुजुकी ने पेश किया सुपर कैरी LCV का BS6 S-CNG वर्जन
ऑयल इंडिया के दो अग्निशमन कर्मियों की भी मौत
इसमें ऑयल इंडिया के दो अग्निशमन कर्मियों की भी मौत हो गई है। आपको बता दें कि ये तेल का कुंआं तिनसुकिया जिले के डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान और एक दलदली जमीन मागुरी मोटापुंग बील के दायरे में स्थित है. ऐसे में तेल कुएं में लगी आग का नुकसान पेड़-पौधों को भी होने की आशंका जाहिर की जा रही है।
जांच के दिए गए आदेश
असम के मु यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गैस कुएं में आग लगने के मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। इस मामले की राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनिंदर सिंह जांच करेंगे और यह रिपोर्ट 15 दिन में जमा की जाएगी।
पीएम मोदी खुद ले रहे अपडेट
इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले में लगातार अपडेट ले रहे हैं. वहीं, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बैठकों का दौर भी जारी है। उन्होंने हाल ही में असम के मुख्यमंत्री के साथ-साथ ऑयल इंडिया, ओएनजीसी, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की है। इस दौरान असम के मु यमंत्री ने जान एवं माल के नुकसान की, लोगों की आशंकाओं को दूर करने की आवश्यकता पर बल दिय