सिरोही में एयरपोर्ट की संभावनाएं तलाशेगा उड्डयन विभाग

कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत तथा गौतम कुमार दक 
कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत तथा गौतम कुमार दक 

जयपुर। पाली व सुमेरपुर में हैलिपेड तथा सिरोही में एयरपोर्ट बनाने जाने को लेकर शासन सचिवालय में पशुपालन एवं डेयरी तथा देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत की नागरिक उड्डयन विभाग के राज्यमंत्री गौतम कुमार दक के साथ एक अहम बैठक हुई। दोनों मंत्रियों ने एयरपोर्ट व हेलीपैड के निर्माण को लेकर संभावनाएं तलाशने को लेकर चर्चा की। जोराराम कुमावत ने बताया कि सुमेरपुर एक बड़ा व्यापारिक कस्बा और उपखंड मुख्यालय है। जहां करीब 50 हजार की आबादी है। इसके आसपास के क्षेत्र में बड़े शैक्षणिक व चिकित्सा संस्थान तो हैं ही यहां की कृषि मंडी भी ए-श्रेणी की है। इसके अलावा सुमेरपुर रेल सेवा से भी जुड़ा हुआ है। यह शहर पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण स्थल है। इसके पास पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा जवाई बांध है।

इस क्षेत्र में लेपर्ड सफारी क्षेत्र भी है, जहां देश-विदेश की नामी हस्तियां आती रहती हैं। यही नहीं सरकार द्धारा जवाई बांध के पास कोलीवाड़ा में फिल्मसिटी भी प्रस्तावित है, जिसके लिए 500 बीघा भूमी भी आरक्षित की जा चुकी है। इस कारण यहां देश-विदेश से पर्यटकों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है। खासकर विदेशी सैलानियों के मुख्य आकर्षण का केंद्र जवाई बांध तक पहुंचने के लिए सुमेरपुर में हेलीपैड बनाए जाने की नितांत आवश्यकता है। विश्व प्रसिद्ध टूरिस्ट पैलेस माउंट आबू में टूरिज्म को और अधिक मजबूत बनाने के लिए सिरोही की हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की मांग को लेकर कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक से गहन मंथन किया।

जोराराम कुमावत ने अवगत कराया कि सिरोही जिला मुख्यालय के पास विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल माउंट आबू है, जहां साल भर में लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। इसके अलावा क्षेत्र में रणकपुर जैन तीर्थ,सोनाणा खेतलाजी मंदिर सांडेराव, राता महावीर तीर्थ, पावापुरी जैन तीर्थ, भेरू तारक जैन तीर्थ, सुंधा माता मंदिर जैसे विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं। इसके अलावा पाली, जालोर व सिरोही जिलों के हजारों लोग देश-विदेश में कारोबार कर रहे हैं। इस कारोबारियों का समय-समय पर अपने मूल निवास आना-जाना लगा रहता है। इसके लिए उन्हें सिरोही जिला मुख्यालय से करीब 150-150 किमी. की दूरी पर स्थित उदयपुर व जोधपुर से हवाई यात्रा करनी पड़ती है। सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण सिरोही जिला मुख्यालय की हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जाता है तो हर साल लाखों लोगों को फायदा होगा।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार नागरिक उड्डयन को पर्यटन विकास से जोड़ते हुए धार्मिक स्थलों और जिला मुख्यालयों को हवाई सेवाओं से जोड़ने की दिशा में अग्रसर है। भारत सरकार की उड़ान योजना (आरसीएस) के तहत क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत किया जा रहा है। जिन जिलों में वर्तमान में हवाई पट्टियाँ नहीं हैं। वहाँ भविष्य की जरूरतों के अनुरूप प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर हेलीपैड निर्माण की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इससे तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को त्वरित और सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सकेगी। मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से सिरोही व सुमेरपुर बेहद महत्वपूर्ण स्थल हैं। यहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। उन्होंने कहा कि यदि इन शहरों को सीधे हवाई सेवा से जोड़ा जाता है तो यहां पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। जिससे राज्य सरकार की आय में वृद्धि होगी।