
बच्चों को इंटेलिजेंट और स्मार्ट बनाने के लिए हर माता-पिता अपनी पूरी कोशिश करते हैं। बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो इसके लिए बचपन से ही उन्हें सही आहार देना बहुत जरूरी हो जाता है। आप का बच्चा क्या खाता है इसका ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है, बच्चे आजकल हेल्दी फूड की बजाय जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। पेस्ट्री, चॉकलेट, पिज्जा, बर्गर जैसे फूड आइटम्स से न सिर्फ बच्चे की हेल्थ खराब होती है बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर भी ये नकारात्मक असर डालते हैं।
बच्चों के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है एस्पार्टेम?

एस्पार्टेम एक कम कैलोरी वाला आर्टिफिशियल स्वीटनर है, जिसे आमतौर पर विभिन्न फूड आइटम्स और ड्रिंक्स में चीनी के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित कई देशों में इसे इस्तेमाल करने की इजाजत है। सीमित मात्रा में इसका सेवन बच्चों और बड़ों के लिए सुरक्षित माना गया है। लेकिन जरूरत से ज्यादा इसे खाने से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं बच्चों को एस्पार्टेम से होने वाली कुछ समस्याओं के बारे में-
एलर्जी

कुछ लोग एस्पार्टेम के प्रति संवेदनशील या एलर्जिक हो सकते हैं। ऐसे में इसकी वजह से सिरदर्द, चक्कर आना या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। अगर किसी बच्चे में एस्पार्टेम युक्त प्रोडक्ट को खाने के बाद ऐसे ही कोई लक्षण नजर आ रहे हैं, किसी विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क करें।
फिनिलकेटोनुरिया
फिनिलकेटोनुरिया नामक दुर्लभ आनुवंशिक विकार वाले बच्चों को एस्पार्टेम से बचने की जरूरत है। क्क्य की वजह से एस्पार्टेम में मौजूद फिनिलएलनिन (एक तरह का अमीनो एसिड) को मेटाबॉलाइज करने की शरीर की क्षमता प्रभावित होती है। क्क्य से पीडि़त लोगों को लो- फिनिलएलनिन वाली डाइट फॉलो करनी चाहिए, ताकि बौद्धिक विकलांगताओं को रोका जा सकें।
वजन बढऩा
एस्पार्टेम का उपयोग अक्सर शुगर फ्री खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में किया जाता है, लेकिन यह ऐसे फूड आइटम्स वास्तव में लोगों के वजन को कम करने में मदद नहीं करते हैं। दरअसल, कुछ अध्ययनों से पता चला है कि एस्पार्टेम वजन बढ़ा सकता है।
सिरदर्द और माइग्रेन
- बच्चों सहित कुछ व्यक्तियों को एस्पार्टेम के सेवन के बाद सिरदर्द या माइग्रेन का अनुभव हो सकता है।
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
- कुछ रेयर मामलों में, एस्पार्टेम के सेवन से सूजन, गैस या दस्त जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी हो सकती हैं।
- अपने बच्चों को इन फूड आइटम्स से रखें दूर
- डाइट ड्रिंक और फ्रूट फ्लेवर ड्रिंक
- शुगर-फ्री कैंडीज और गम
- फ्लेवर्ड योगार्ट
- शुगर-फ्री पुडिंग और जिलेटिन डेसर्ट
- फू्रट जूस और ड्रिंक
- इंस्टेंट ओट्स और सीरीयल
- प्रोटीन बार और शेक्स
- शुगर-फ्री या लाइट आइसक्रीम और फ्रोजन डेसर्ट
- बेक प्रोडक्ट्स और स्नैक्स
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