बजाज फिन्सर्व एएमसी ने ‘बजाज फिन्सर्व कंजम्पशन फंड’ लॉन्च किया

बजाज फिन्सर्व
बजाज फिन्सर्व

• उपभोक्ता व्यवहार और खर्च को आकार देने वाले मेगा ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए खपत थीम पर केंद्रित एक ओपन एंडेड इक्विटी योजना

• इस योजना को निफ्टी इंडिया कंजम्पशन टोटल रिटर्न इंडेक्स (टीआरआई) के सामने बेंचमार्क किया गया है

जोधपुर। बजाज फिन्सर्व एएमसी ने कंजम्प्शन थीम के अंतर्गत एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम, बजाज फिन्सर्व कंजम्प्शन फंड शुरू करने की घोषणा की है। यह फंड सब्सक्रिप्शन के लिए 8 नवंबर को खुलेगा और इसकी न्यू फंड ऑफर अवधि 22 नवंबर 2024 को समाप्त होगी। बजाज फिन्सर्व कंजम्प्शन फंड एक ट्रू – टू – लेबल फंड है जो रणनीतिक रूप से उन क्षेत्रों में निवेश करेगा जो उभरते हुए खपत मेगाट्रेंड के साथ बढ़ रहे हैं। ये मेगाट्रेंड्स भारत भर में खपत की आदतों को आकार देने वाले प्रभावशाली मेगाट्रेंड हैं। इन परिवर्तनों की लहर पर सवारी करते इसफंड का उद्देश्य एफएमसीजी, ऑटोमोबाइल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, कंज्यूमर गुड्स, हेल्थकेयर, रियल्टी, टेलीकॉम, पावर और सर्विसेज जैसे क्षेत्रों में अवसर खोजना है, ये सभी क्षेत्र भारत की खपत वृद्धि की तेजी में योगदान दे रहे हैं।

यह फंड संभावित विकास के अवसरों की पहचान करते हुए उभरते उपभोक्ता उछाल से लाभ उठाने के लिए तैयार कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह फंड एक मार्केट – कैप –ऐग्नोस्टिक दृष्टिकोण का पालन करेगा, जो विभिन्न बाजार पूंजीकरणों में निवेश करने के लिए लचीलापन प्रदान करेगा। लॉन्च पर बोलते हुए, बजाज फिन्सर्व एएमसी के सीईओ,  गणेश मोहन कहते हैं, “आय के स्तर और शहरीकरण में वृद्धि तथा लोगों के बुनियादी से विवेकाधीन खर्च की तरफ रुझानों के कारण भारत का उपभोग परिदृश्य नाटकीय रूप से बदल रहा है। एक थीम के रूप में ‘उपभोग’क्षेत्र निवेश के अनुकूल है क्योंकि व्यापक बाजारों की तुलना में इसके बुनियादी सिद्धांत मजबूत हैं। हम निश्चित रूप से मानते हैं कि आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण विस्तार की उम्मीद वाले क्षेत्रों जैसे एफएमसीजी, खाद्य सेवाएँ और त्वरित वाणिज्य, रियल्टी और ऑटो में वृद्धि के साथ यह फंड लंबे समय में हमारे निवेशकों के पोर्टफोलियो के लिए एक संपत्ति बन जाएगा। ”

# बजाज फिन्सर्व एएमसी के एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि2025 तक भारत की प्रति व्यक्ति आय $3,000 से अधिक होने की उम्मीद के साथ लोगों की क्रय शक्ति में वृद्धि हुई है। अध्ययन से पता चलता है कि देश में खपत से संबंधित क्षेत्र बढ़ रहे हैं और वे लंबी अवधि में तेजी से विकास के लिए तैयार हैं। बढ़ता मध्यम वर्ग, जिसके 2030 तक लगभग 40% आबादी तक बढ़ने की संभावना है, इस खपत में उछाल लाएगा। इसके अतिरिक्त, खपत में मेगाट्रेंड से संकेत मिलता है कि ई – कॉमर्स ग्राहक आधार वित्त वर्ष 25 तक 2.7 गुना बढ़ जाएगा, जो उपभोक्तावाद और शहरीकरण की बढ़त को दर्शाता है।

बजाज फिन्सर्व एएमसी के मुख्य निवेश अधिकारी, निमेश चंदन कहते हैं, “बदलती जनसांख्यिकी और बढ़ती आय के स्तर देश को अधिक, अच्छी तरह, बेहतर और आसानी से उपभोग करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। एक तरफ जहां बाजार ने पिछले 2 वर्षों में अर्थव्यवस्था के पूंजीगत व्यय पक्ष पर ध्यान केंद्रित किया है, उपभोक्ता क्षेत्र ने अपने स्वयं के ऐतिहासिक मूल्यांकन के साथ – साथ व्यापक बाजारों के प्रीमियम की तुलना में आकर्षक मूल्यांकन किया है। बजाज फिन्सर्व कंजम्प्शन फंड मेगाट्रेंड्स का लाभ उठाने और निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में इस देश में घरेलू मांग के विकास का अवसर प्रदान करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है। हमाराINQUBE दृष्टिकोण और इक्विटी अनुसंधान प्रक्रिया हमें निवेशकों के लिए दीर्घकालिक धन सृजन क्षमता वाली कंपनियों को चुनने और निवेश करने में मार्गदर्शन करेगी।”

बजाज फिन्सर्व कंजम्प्शन फंड मुख्य रूप से घरेलू खपत के नेतृत्व वाली मांग से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होने की संभावना वाली कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से संबंधित उपकरणों में निवेश करके लंबी अवधि में धन सृजन की तलाश करने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त है। इस योजना को निफ्टी इंडिया कंजम्पशन टोटल रिटर्न इंडेक्स (टीआरआई) के सामने बेंचमार्क किया जाएगा जो घरेलू खपत का प्रतिनिधित्व करने वाली कंपनियों के विविध पोर्टफोलियो के प्रदर्शन को दर्शाता है। इनमें कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, नॉन – ड्यूरेबल्स, हेल्थकेयर, ऑटो, टेलीकॉम सर्विसेज, फार्मास्यूटिकल्स, होटल, मीडिया और एंटरटेनमेंट आदि शामिल हैं।

इस फंड का प्रबंधन बजाज फिन्सर्व एएमसी के सीआईओ श्री निमेश चंदन, इक्विटी निवेश के लिए वरिष्ठ फंड मैनेजर सोरभ गुप्ता और ऋण निवेश के लिए वरिष्ठ फंड मैनेजर सिद्धार्थ चौधरी द्वारा किया जाएगा। एकमुश्त के साथ – साथ व्यवस्थित निवेश योजना के लिए न्यूनतम निवेश राशि ₹500 है। यदि आवंटन की तारीख से तीन महीने के भीतर निवेश को भुनाया जाता है, तो 1% का निकास भार लगाया जाएगा। यह फंड ग्रोथ और आईडीसीडब्ल्यू (आय वितरण सह पूंजी निकासी) दोनों विकल्प प्रदान करता है ताकि निवेशक अपने निवेश लक्ष्यों के अनुरूप योजना का चुनाव
कर सकें।