
मुंबई। बैंक ऑफ़ बड़ौदा (“बैंक”) 20 जुलाई, 1908 को स्थापित भारतीय राज्य के स्वामित्व वाला एक बैंकिंग और वित्तीय सेवा संगठन है, जिसका मुख्यालय भारत के गुजरात में वडोदरा (जो पहले बड़ौदा के नाम से जाना जाता था) में है। ‘वैकल्पिक तंत्र’ योजना के तहत, सरकार ने विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ़ बड़ौदा के साथ समामेलन की घोषणा की जो 1 अप्रैल, 2019 को लागू हुआ।
मुख्य विशेषताएँ
• बैंक ऑफ़ बड़ौदा के निवल लाभ में कम ऋण लागत के कारण वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 9.5% की वृद्धि दर्ज हुई है और यह ₹4,458 करोड़ के स्तर पर पहुंच गया।
• आस्ति पर प्रतिलाभ (आरओए) लगातार पिछली 8 तिमाहियों से 1% से अधिक रहा और वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में यह 1.13% रहा।
• बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने अपनी आस्ति गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है और जीएनपीए वर्ष-दर-वर्ष 63 बीपीएस कम होकर वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में 3.51% से घटकर 2.88% हो गया है।
• बैंक का एनएनपीए वित्त वर्ष’24 की पहली तिमाही में 0.78% की तुलना में वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में 9 बीपीएस वर्ष-दर-वर्ष आधार पर घटकर 0.69% हो गया।
• वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में 16.82% सीआरएआर के साथ सुदृढ़ पूंजी स्थिति रही।
• वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में वैश्विक निवल ब्याज मार्जिन (एनआईएम) 3.18% रहा।
• वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में परिचालनगत लाभ ₹7,161 करोड़ रहा।
• इस तिमाही में ऋण लागत 0.47% के साथ 1% से कम बनी रही।
• बैंक ऑफ़ बड़ौदा का तुलन-पत्र सुदृढ़ रहा और इसका प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) टीडब्ल्यूओ सहित 93.32% और टीडब्ल्यूओ को छोड़कर 76.58% रहा।
• 30 जून, 2024 तक सुदृढ़ चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर) लगभग 138% रहा।
• रिटेल ऋण बही में सुदृढ़ वृद्धि के कारण बैंक ऑफ़ बड़ौदा के वैश्विक अग्रिमों में वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष 8.1% की सुदृढ़ वृद्धि दर्ज की गई। ऑटो ऋण (25.1%), गृह ऋण (14.7%), वैयक्तिक ऋण (39.2%), मॉर्गेज ऋण (11%), शिक्षा ऋण (18.8%) जैसे क्षेत्रों में सुदृढ़ वृद्धि के कारण बैंक के ऑर्गेनिक रिटेल अग्रिमों में 20.9% की वृद्धि हुई।
• वैश्विक जमाराशि वित्त वर्ष’25 की पहली तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 8.9% वृद्धि के साथ ₹13,06,994 करोड़ हो गई।
• वैश्विक कारोबार में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 8.6% वृद्धि हुई और 30 जून 2024 तक यह ₹23,78,675 करोड़ हो गया।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक है, जिसकी 8,266 घरेलू शाखाओं और 10,419 एटीएम एवं स्वयं-सेवा चैनलों द्वारा समर्थित कैश रिसाइक्लर्स के साथ मजबूत उपस्थिति है। 17 देशों में फैले 84 विदेशी कार्यालयों के नेटवर्क के साथ बैंक की महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति है।