
जयपुर। बैंक ऑफ बड़ौदा, जयपुर क्षेत्र द्वारा सोमवार को राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में बड़ौदा मेधावी विद्यार्थी सम्मान कार्यक्रम का आयोजन कर प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति प्रो. राजीव जैन, सहायक महाप्रबंधक एवं उप क्षेत्रीय प्रमुख श्री दलराज सिंह धनखड़, वरिष्ठ साहित्यकार श्री इकराम राजस्थानी के कर-कमलों से विश्वविद्यालय स्तर पर एम.ए हिन्दी की परीक्षा में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्याथियों को नकद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। प्रथम पुरस्कार श्री पंकज कुमार चंदेल एवं द्वितीय पुरस्कार सुश्री कप्तान ने प्राप्त किया। प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: रु.11000/- एवं 7500/- की राशि के चेक प्रदान किए गए।
इस अवसर पर उपस्थित छात्र समूह को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. राजीव जैन ने कहा कि आज जब तकनीकी विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम भी हिन्दी में तैयार हो गए हैं तो ऐसे में रोजगारपरक हिन्दी बनने की ओर इस भाषा ने अपने मजबूत कदम बढ़ा दिए हैं। उन्होने छात्रों के लिए इस प्रकार के आयोजन के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा की प्रशंसा की। जयपुर क्षेत्र के सहायक महाप्रबंधक एवं उप क्षेत्रीय प्रमुख श्री दलराज सिंह धनखड़ ने छात्रों से कहा कि हिन्दी अध्ययन के अतिरिक्त हिन्दी को काम की भाषा बनाएँ और हिन्दी बोलने-पढऩे में गर्व महसूस करें। प्रो नंदकिशोर पाण्डेय, अधिष्ठाता, कला संकाय ने छात्रों को बताया कि किस प्रकार से हिन्दी का हिन्दीतर भाषी प्रदेशों में विस्तार हो रहा है और वहाँ भी हिन्दी शिक्षण के लिए हिन्दी शिक्षकों की मांग बढ़ रही है।
इससे पूर्व विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए “भाषा, सम्प्रेषण कौशल एवं रोजगार” विषय पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसे मुख्य वक्ता का तौर पर प्रख्यात साहित्यकार एवं गीतकार इकराम राजस्थानी ने संबोधित किया। राजस्थानी ने छात्रों को बोलने के हुनर से संबंधित मार्गदर्शन प्रदान किया और कहा कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में आप जाएंगे, यह हुनर आपके काम आएगा। इस दौरान मन्नत चौधरी, मुख्य प्रबन्धक एवं शिक्षा ऋण प्रभारी द्वारा छात्रों के समक्ष उच्च शिक्षा को समर्पित बैंक की शिक्षा ऋण योजनाओं की संक्षिप्त प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम को प्रो. उर्वशी शर्मा, विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, श्री सोमेन्द्र यादव, मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) एवं श्री जयपाल सिंह शेखावत, वरिष्ठ प्रबंधक (राजभाषा), डॉ जगदीश गिरि, सहायक आचार्य ने भी संबोधित किया। इस दौरान विभाग के प्राध्यापक गण सहित हिन्दी एवं मास कम्युनिकेशन के परास्नातक विद्यार्थी उपस्थित रहे।