
बायजूस के खिलाफ चलेगा इनसॉल्वेंसी का मामला
नई दिल्ली। संकट से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजूस की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की बेंगलुरु बेंच ने बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू करने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की याचिका स्वीकार कर ली है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि एनसीएलटी की बेंगलुरु बेंच में बायजूस के खिलाफ अब इनसॉल्वेंसी का मामला चलेगा। दरअसल यह मामला भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के लिए स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रेक्ट से जुड़ा है। बीसीसीआई ने 158 करोड़ रुपए की बकाया राशि को वसूलने के लिए मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पिछले साल सितंबर में दायर की थी।
मामला सुलझाने के लिए वार्ता
एनसीएलटी ने बीसीसीआई की याचिका पर एडुटेक कंपनी बायजूस का काम-काज अंतरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल पंकज श्रीवास्तव को सौंप दिया है। पंकज तब तक इस कंपनी को चलाएंगे, जब तक कि लेंडर्स कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स के रूप में एक कमेटी नहीं बना लेते हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 15 नवंबर को होगी। हालांकि कंपनी इस मामले को सुलझाने के लिए फिलहाल बीसीसीआई से चर्चा कर रहा है। बायजूस की स्थापना 2011 में रवींद्रन ने की थी। उनकी पत्नी दिव्या, उनके शुरुआती छात्रों में से एक है और बोर्ड में भी शामिल हैं। 2022 में इसकी पीक वैल्यूएशन 22 बिलियन डॉलर थी। कंपनी अभी नकदी संकट से जूझ रही है। ऐसे में पिछले महीने बायजूस शेयरहोल्डर्स ने रवींद्रन को सीईओ पद से हटाने के लिए वोटिंग भी की थी।
यह भी पढ़ें:पूजा खेडकर की ट्रेनिंग एक सप्ताह के लिए रोकी