ये अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाने से पहले जान लें इनकी असलियत, हो सकते हैं ये नुकसान

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स

पेट भरने के अलावा खाना हमारे शरीर को एनर्जी देने का भी काम करता है। हालांकि, इन दिनों खानपान की बदलती आदतों की वजह से हम अक्सर स्वाद के चक्कर में ऐसी हानिकारक चीजें जैसे जंक और प्रोसेस्ड फूड खा लेते हैं, जिससे जीभ को तो भरपूर आनंद मिलता है, लेकिन यह सेहत जरा भी रास नहीं आता। कैंड, बेक्ड, फ्रोजऩ, पास्टराइज फूड्स जिन्हें इमलसिफायर, स्वीटनर, सॉस, स्टेबलाइजर इन्हीं फूड्स में से एक हैं। यह स्वाद में लाजवाब होने के साथ ही दाम में भी किफायती होते हैं, जिसकी वजह से लोग बेधडक़ इनका इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड जिन्हें आप हेल्दी समझते हैं, वे असल में कितने हानिकारक होते हैं, अगर नहीं तो आज जानेंगे ऐसे 5 अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स के बारे में, जिन्हें आप हेल्दी समझते हैं।

फ्लेवर वाले योगर्ट

फ्लेवर वाले योगर्ट
फ्लेवर वाले योगर्ट

इनकी मार्केटिंग ऐसे ही होती है, जिससे ये लगता है कि ये फ्रूट्स और डेयरी से बना बेहद पौष्टिक आहार है, लेकिन असल में ये एक्स्ट्रा शुगर और स्वीटनर के साथ प्रिजर्वेटिव से भरा दही का डिब्बा है, जो लंबे समय तक खराब नहीं होता है। इसकी जगह घर की जमी ताजी प्लेन दही खाएं।

ब्रेकफास्ट सीरियल्स

ब्रेकफास्ट सीरियल्स
ब्रेकफास्ट सीरियल्स

कॉर्नफ्लेक्स, म्युस्ली, चॉको फ्लेवर के दूध में डालने वाले इन रेडी टू ईट प्रोडक्ट्स में नमक, चीनी और स्वीटनर की भारी मात्रा होती हैं, जिनके बारे में शायद आपको पता भी न हो। इससे बेहतर है कि आप घर की बनी मेवा वाली खीर, ओवरनाइट ओट्स या चिया सीड्स या प्लेन उबले अंडे ब्रेकफास्ट में खाएं।

ब्राउन ब्रेड

कहने के लिए ये मैदे से नहीं बल्कि गेंहू से निर्मित होती हैं, लेकिन इनकी सच्चाई ये है कि ये मैदे से ही बनी होती हैं, जिसमें गेंहू की नाम मात्र मात्रा होती है और कुछ लोग तो इसमें गेंहू की जगह मात्र रंग डालकर इसका रंग गेंहुआ कर देते हैं। ऐसे में इनकी जगह घर के बनी रोटी, पूरी, पराठे खाएं।

बनाना चिप्स

हेल्थ फ्रीक आलू के चिप्स से भागते हैं, लेकिन वे बनाना चिप्स को हेल्दी मानते हैं। हालांकि, बनाना यानी केले के चिप्स भी डीप फ्राई होते हैं और इनमें फ्लेवर और शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए एडिटिव और प्री-जर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है, जो इसे हानिकारक बनाता है।

फ्रेश टोमैटो सॉस

ताजा बागों से टमाटर तोड़ कर सॉस बनाने का क्लेम करने वाली कंपनियां असल में उसमें भर के नमक, चीनी और एडिटीव्स डालते हैं। इसलिए अच्छा होगा कि आप घर में ही टमाटर ब्लेंड करें और इसमें हेल्दी हब्र्स डाल कर इसे पौष्टिक बनाएं।

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