वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले भारतवंशियों को लुभाने की कोशिश तेज हो गई है। डेमोक्रेट्स की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने अपने भारतवंशी ग्रैंडपेरेंट्स की तारीफ की। उन्होंने ट्वीट किया- मेरे ग्रैंडपेरेंट्स (नाना-नानी) शानदार थे। मेरे नाना भारत की आजादी के समर्थक थे। मेरी नानी पूरे भारत में घूमी थी और महिलाओं को बर्थ कंट्रोल के बारे में बताती थीं। उनके जुनून और हमारे भविष्य को बेहतर बनाने की जिद से ही आज मैं इस मुकाम पर हूं।
इससे पहले 27 अगस्त को भी हैरिस ने अपने भाषण में अपने नाना का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि हम लोग मद्रास जाने के बाद वहां नाना के साथ बीच पर टहलने जाते थे। वो हमें भारत के फ्रीडम फाइटर्स के किस्से सुनाते थे। मैं नाना की सिखाई बातों की वजह से ही आज इस मुकाम पर हूं।
अमेरिका और भारत के लोग संस्कृति से जुड़े हुए हैं
भारत का जिक्र करते हुए हैरिस ने भारतवंशियों के एक कार्यक्रम में कहा था कि अमेरिका और भारत के लोग अपने इतिहास और संस्कृति की वजह से जुड़े हुए हैं। मेरी मां श्यामला गोपालन 19 साल की उम्र में कैलिफोर्निया आईं। उनके पास ज्यादा सामान नहीं था। वे अपने पेरेंट्स की सिखाई बातों के साथ यहां आईं थीं। मेरी मां चाहतीं थीं कि मैं और मेरी बहनें इस बात को जानें कि हम कहां से आए हैं। उनकी कोशिश थी कि हम अपनी जड़ों से जुड़े रहें। वे हमेशा मुझे इडली खाने के लिए भी कहती थीं।
हैरिस 12 अगस्त को चुनीं गईं थी उप राष्ट्रपति उम्मीदवार
डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन ने 12 अगस्त को भारतीय मूल की कमला हैरिस को उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार चुना था। हैरिस अभी सीनेट की सदस्य हैं। वे कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल रह चुकी हैं। अमेरिका के इतिहास में अब तक सिर्फ दो बार कोई महिला उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी है। 1984 में डेमोक्रेट गेराल्डिन फेरारो और 2008 में रिपब्लिकन सारा पालिन को उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया गया था। दोनों को हार मिली थी।