
बेरूत। लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को भीषण विस्फोट हुआ जिसमें कई लोग घायल हो गए। स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने बताया कि घटना में अब तक कम से कम 137 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे में पांच हजार लोग घायल हुए हैं। वहीं एक पूर्व कार्यकर्ता ने दावा किया है कि बेरूत के बंदरगाह पर विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट के साथ पटाखे के बैग रखे हुए थे।

कार्यकर्ता युसूफ शेहादी ने कहा कि बेरूत के बंदरगाह में हजारों टन पटाखे को उसी हैंगर में रखा गया था जिसमें हजारों टन शक्तिशाली रासायनिक था। इस बीच, लोग लेबनान की संसद के बाहर पुलिस पर पथराव कर रहे थे। शनिवार को शहर के शहीद स्क्वायर में एक बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। विरोधियों ने मंगलवार को हुए धमाके के बाद देश की राजनीतिक प्रणाली को समाप्त करने का आह्वान किया।
इस साल मार्च में कनाडा गए शेहादी ने द गार्जियन को बताया कि उन्हें गोदाम नंबर 12 में सेना ने 2,750 टन केमिकल स्टोर करने का निर्देश दिया था। 2009-10 में सीमा शुल्क ने जब्त किए पटाखों को खतरनाक रसायनों के ऊपर उसी हैंगर में रख दिया। उन्होंने कहा, ‘गोदाम नंबर 12 के अंदर पटाखे के 30 से 40 नायलॉन बैग थे। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें निजी तौर पर लगता है कि इन्हे जानबूझकर यहां भेजा जा रहा था।
उन्होंने कहा, जब आप दरवाजे में प्रवेश करते हैं तो वे बाईं ओर रखे हुए थे। मैं इस बारे में शिकायत करता था। वहां उमस थी। यह गोदाम एक आपदा के घटित होने की प्रतीक्षा में था। शेहादी ने कहा कि वे सीमा शुल्क से हर हफ्ते लोगों के घरों के पास रसायनों के भंडारण के खतरों के बारे में शिकायत करते थे लेकिन सेना ने अमोनियम नाइट्रेट को स्थानांतरित करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि उनके पूर्व सहयोगियों ने बताया कि धमाके से 30 मिनट पहले श्रमिक बिजली के उपकरण के जरिए गोदाम नंबर 12 के बाहर एक गेट को ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इसकी वजह से हादसा हुआ। माना जा रहा है कि शहर में अधिकारियों के खिलाफ नागरिक प्रदर्शन कर सकते हैं।