इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा

इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा
इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा

कन्यापूजन के दौरान बावड़ी धंसी, 50 से ज्यादा गिरे, 21 की मौत

इंदौर। शहर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्रीबेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। 18 लोगों के शव बावड़ी से निकाले गए हैं, वहीं तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा है।

महू से तीन अलग-अलग टीमों में आर्मी के करीब 70 जवान मौके पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। गुरुवार देर रात करीब सात शव और निकाले गए। इससे पहले 11 शव निकाले गए थे। बचाव कार्य जारी है। कुछ और लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है।

इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा
इंदौर में रामनवमी पर बड़ा हादसा

प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 13 मौत की पुष्टि की है। इससे पहले इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा ने 12 की मौत की जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों को पांच लाख और घायलों को पचास हजार देने की घोषणा की है। उधर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे की भयावहता देखकर लग रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

दस लोगों को बाहर खींच लिया

घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। फिर भी स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई और दस लोगों को बाहर खींच लिया। घायलों को एप्पल हॉस्पिटल लेकर जाया जा रहा है।वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। राहत एवं बचाव कार्यों को गति दे दी गई है। वहीं, मंदिर के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि बावड़ी अवैध रूप से बनाई गई है, कई बार प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की जा चुकी है।

1 बच्ची भी लापता

इंदौर में हुई घटना को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 13 लोगों के मरने की दुखद खबर मिली है। 1 बच्ची भी लापता बताई जा रही है। उसकी तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने दिए हादसे को लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रधानमंत्री ने भी की हादसे को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की है। कल गृह मंत्री मिश्रा इंदौर पहुंचेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच होनी चाहिए। मंदिर में बावड़ी के ऊपर स्लैब कैसे डल गया, किसकी इजाजत से डला। मामले में निष्पक्ष जांच होना चाहिए।

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