जयपुर
मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर (एमयूजे) में सबसे बड़े ऑफलाइन ‘नेशनल हैकथॉन’ की शुरूआत हुई। इसके अंतिम दौर में 17 राज्यों से 632 स्टूडेंट व 130 टीमें भाग ले रही हैं। इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री, श्री अशोक गहलोत ने प्रतिभागियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने आज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जो प्रगति की है, वह पंडित जवाहर लाल नेहरू की विचारधारा, वैज्ञानिक स्वभाव और दूरदर्शिता के बिना संभव नहीं हो पाता। इसी प्रकार 20 वर्ष पूर्व अगर सरकार ने शिक्षा क्षेत्र के निजीकरण की अनुमति नहीं दी होती, तो हम इस क्षेत्र की वर्तमान वृद्धि के गवाह नहीं बनते। हालांकि, अभी भी लंबा सफर तय करना बाकी है और राजस्थान सरकार उच्च शिक्षा वअ जॉब प्लेसमेंट जैसे क्षेत्रों में और अधिक प्रगति करने का विचार रखती है। उल्लेखनीय है कि यह हैकथॉन मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर राजस्थान सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग और एल्ट्स टेक्नोमीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह अत्यंत संतोषजनक है कि राजस्थान सरकार के कॉलेजों की ओर से स्वयं के कोचिंग सेंटर शुरू किए हैं। इस सुविधा से 50,000 विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं। यह शिक्षा क्षेत्र में विकास का एक महत्वपूर्ण संकेत है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा, दो ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें लाभ के उद्देश्य से बढ़ावा नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि ये एक प्रकार की सेवा होनी चाहिए। इसके लिए समाज को एक साथ मिलकर सोचने व समाधान के साथ आने की आवश्यकता है।
राजस्थान सरकार के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि हैकथॉन के अंतिम दौर में 632 स्टूडेंट भाग ले रहे हैं और 130 टीमों का गठन किया गया है। विजेता को प्रथम पुरस्कार के तौर पर एक लाख रूपए की पुरस्स्कार राशि दी जाएगी, जबकि द्वितीय पुरस्कार के रूप में 75,000 रूपए और तृतीय पुरस्कार के तौर पर 50,000 रूपए की राशि दी जाएगी एमयूजे के प्रेसीडेंट, डॉ. जी. के. प्रभु ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि रोजगार शिक्षा क्षेत्र की मौजूदा चुनौती है। शिक्षा के दौरान, किसी भी शैक्षिक क्षेत्र में बहुत अधिक प्रासंगिकता नहीं होती है। इस प्रकार की समस्याओं को इस नेशनल हैकथॉन जैसे आयोजनों के जरिए हल किया जा रहा है। यह राजस्थान में तीसरे हायर एजुकेशन व एच आर कॉन्फ्रेंस के बड़े सेलीब्रेशन का एक हिस्सा है। हैकथॉन के दौरान स्टूडेंट्स हैल्थकेयर, एग्रीकल्चर व वॉटर टेक्नोलॉजी, रूरल लाइवलीहुड, रोड सफफ्टी व स्मार्ट सिटी इनोवेशन जैसे क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान तलाशेंगे। इस अवसर पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के एडिशनल कलेक्टर, डॉ. अशोक शर्मा उच्च और तकनीकी शिक्षा की सचिव, सुश्री सुचि शर्मा; एमयूजे के प्रो-प्रेसीडेंट, डॉ. एन. एन. शर्मा और एमयूजे के रजिस्ट्रार, डॉ. एच. कामथ भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि यह नेशनल हैकथॉन प्रॉडक्ट इनोवेशन व प्रॉब्लम सॉल्विंग की संस्कृति विकसित करने में मददगार होगा, जिसमें प्रतिभागियों को एक समस्या देकर उनके समाधान के तौर पर एक प्रोटोटाइप या हार्डवेयर तैयार करना होगा। इसमें स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री या स्टार्टअप के मेंटर्स का परामर्श का सहयोग भी मिलेगा। इस पूरे आयोजन के दौरान स्टूडेंट्स को मूल्यांकन के दो राउंड से गुजरना होगा।