किसी भी दल की गैरजरूरी मांगों के आगे नहीं झुकेगी भाजपा

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छोटे दलों को साथ लाने की कवायद में भाजपा

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से पीछे रह गई है, लेकिन राजग ने 272 का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है। सरकार बनाने की कवायद जारी है। इस चुनाव में नीतीश कुमार की जदयू 12 सीटों और नायडू की टीडीपी 16 सीटों के साथ किंगमेकर की भूमिका में आ गई हैं।

सूत्रों की माने तो नायडू तीन केबिनेट और तीन राज्य मंत्रियों के साथ लोकसभा स्पीकर की मांग कर रहे हैं वहीं नीतीश दो केबिनेट और दो राज्य मंत्री पद मांग रहे हैं। इन चर्चाओं के बीच सामने आया है कि बीजेपी गठबंधन के नियमों और गठबंधन धर्म के तहत ही काम करेगी। गैरजरूरी मांगों के आगे नहीं झुकेगी। सूत्रों की माने तो भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर हुई भाजपा आला पदाधिकारियों की बैठक में तय किया गया है कि पार्टी पांच सीटों पर एक मंत्री पद के फार्मूले के तहत काम करेगी।

निर्दलीयों के सम्पर्क में भाजपा

सूत्रों की माने तो बीजेपी अपने सभी सहयोगियों को साथ लेकर चलेगी। मंत्रालय का बंटवारा हो या मंत्रियों की संख्या, सहयोगियों की चिंताओं का ध्यान भी रखा जाएगा। बीजेपी निर्दलीय सांसदों और छोटे-छोटे दलों के संपर्क में भी है।

मैंने कोई शर्त नहीं रखी: चिराग

इस बीच लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी के सामने कोई शर्त नहीं रखी है। हमारा लक्ष्य मोदी को फिर से सत्ता में लाना था और हम हमारे लक्ष्य में सफल हुए हैं। अब भाजपा को आगे तय करना है कि मंत्रालयों का बंटवारा किस प्रकार करना है।

अग्निवीर योजना और यूसीसी पर समाधान निकाला जाना चाहिए

इस बीच जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने गुरुवार को कहा कि अग्निवीर योजना को लेकर मतदाताओं का एक वर्ग नाराज है। यूसीसी पर नीतीश कुमार विधि आयोग प्रमुख को पहले ही पत्र लिखा चुके हैं। हम इसके खिलाफ नहीं हैं, लेकिन सभी हितधारकों से बात करके इसका समाधान निकाला जाना चाहिए। हमारी पार्टी चाहती है कि जिन कमियों पर जनता ने सवाल उठाए हैं उन पर विस्तार से चर्चा हो और उन्हें दूर किया जाए।

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