
जयपुर। कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप-मर्डर के विरोध में आज राजस्थान के सभी सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। जयपुर में 250, बीकानेर में 500, जोधपुर में 500, अजमेर में 648 और कोटा में 300 से ज्यादा रेजिडेंट ने काम बंद रखा। जयपुर के साथ अजमेर, बीकानेर, जोधपुर और उदयपुर में भी कार्य बहिष्कार किया गया। जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स जार्ड के आह्वान पर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (एसएमएस), जयपुरिया हॉस्पिटल, बनीपार्क स्थित डेंटल कॉलेज हॉस्पिटल समेत तमाम हॉस्पिटलों में आज ओपीडी का बहिष्कार करते हुए डॉक्टर्स ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।

सभी सुबह एसएमएस धंवनतरी ओपीडी में एकजुट हुए। यहां मैन पोर्च में आकर धरना देते हुए विरोध प्रदर्शन किया। यहां डॉक्टरों ने कोलकाता पीडि़त डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग करने के साथ ही सरकार से रेजिडेंट डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की। इस दौरान 250 से ज्यादा रेंजिडेंट डॉक्टरों ने आज अपना काम बंद रखा।
जयपुरिया में सीनियर डॉक्टर्स ने संभाली जिम्मेदारी

जयपुरिया हॉस्पिटल में भी करीब 70 से ज्यादा रेजिडेंट्स डॉक्टर्स के ओपीडी बहिष्कार का असर देखने को मिला। यहां सीनियर डॉक्टर्स ने ओपीडी में मरीजों का उपचार कर उन्हें दवाइयां दी। हड़ताल का असर इन हॉस्पिटल की ओपीडी सेवाओं के साथ आईपीडी सेवाओं पर भी पड़ा। एसएमएस हॉस्पिटल में ही जहां रोजाना 200 से ज्यादा ऑपरेशन होते हैं। 50 फीसदी ही रह गए। वहीं, प्रमुख जांचें जिनमें रेजिडेंट की भूमिका रहती है। वहां भी काम प्रभावित रहा।
इमरजेंसी में भी हालात खराब
ओपीडी सेवाएं प्रभावित होने का असर इमरजेंसी सेवाओं पर देखने को मिल रहा है। यहां मरीजों की भीड़ बढ़ गई। एसएमएस हॉस्पिटल की इमरजेंसी में डॉक्टरों की संख्या कम होने और मरीजों की संख्या अचानक बढऩे का असर यहां की सर्विस पर देखने को मिला।
अजमेर में निकाली रैली
अजमेर जेएलएन मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स के द्वारा जेएलएन अस्पताल से रैली निकाली गई। रैली विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस मेडिकल कॉलेज पर आकर समाप्त हुई। इस दौरान डॉक्टर्स के द्वारा ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। जेएलएन मेडिकल कॉलेज रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेसीडेंट डॉ दिलराज मीणा ने बताया कि इमरजेंसी के बाहर से यह रैली की शुरुआत की गई। जो विभिन्न मार्गो से होते हुए मेडिकल कॉलेज पर समाप्त हुई। इस रैली के जरिए भारत की बेटी को न्याय दिलवा कर आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। इस दौरान रेजिडेंट डॉक्टर्स ने संपूर्ण कार्य बहिष्कार किया। इमरजेंसी सेवाओं को भी बंद कर दिया। जेएलएन अस्पताल के सीनियर डॉक्टर के द्वारा भी कोलकाता में हुई घटना के विरोध में शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर काम किया गया।
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