मतगणना से पहले पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बम बरामद

पश्चिम बंगाल
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पश्चिम बंगाल में दहशत का माहौल

कोलकाता। चुनावी हिंसा के लिए कुख्यात रहे पश्चिम बंगाल में एक बार फिर लोकसभा चुनाव के बाद दहशत का माहौल बन रहा है। इसकी वजह है कि वोटों की गिनती से पहले राज्य के कई हिस्सों में बम बरामद हुए हैं।

मुर्शिदाबाद के रानीनगर में सोमवार को भी ताजा बम बरामद किए गए। बीरभूम के दुबराजपुर में प्लास्टिक बैग से भरी बाल्टी में 25 बम मिले हैं। इससे आम लोगों के मन में डर है कि मंगलवार को चुनाव नतीजे आने के बाद इलाके में हिंसा फैल सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा की स्थिति बन गई थी। विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और समर्थक मारे गए थे। कई लोगों ने अपना घर छोड़ दिया था और दूसरी जगह छिपने को मजबूर थे।

टीएमसी के कार्यकर्ता आतंक फैलाने के लिए बम लाए :दास

मुर्शिदाबाद के माकपा नेता संदीपन दास ने कहा कि तृणमूल के अपराधियों ने मतदान से पहले इलाके की शांत स्थिति को बिगाड़ने के लिए स्थानीय और आम लोगों के मन में आतंक का माहौल बनाने के लिए बमों को एकत्रित किया है।

चुनाव आयोग ने सीएपीएफ की 400 कंपनियों को 19 जून तक पश्चिम बंगाल में रहने को कहा

चुनाव के बाद हिंसा की आशंका के चलते चुनाव आयोग (ईसी) ने 19 जून तक पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 400 कंपनियों को बनाए रखने का फैसला किया है।लोकसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित किए जाएंगे। शुरू में यह तय किया गया था कि 400 कंपनियों को मतगणना के ठीक दो दिन बाद यानी छह जून तक राज्य में रखा जाएगा।

चुनाव बाद बड़े पैमाने पर हिंसा की आशंका

पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि चुनाव के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा की आशंका की ओर इशारा करने वाली रिपोर्टों के मद्देनजर, अंतत: राज्य में सीएपीएफ की तैनाती को 19 जून तक बढ़ाने का फैसला किया गया है।मतगणना की तारीख के बाद सीएपीएफ की तैनाती से संबंधित बाकी व्यवस्थाएं समान रहेंगी।

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