
नीमराना। केंद्रीय भूजल बोर्ड, रीको नीमराना एवं नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में औद्योगिक परिपेक्ष में प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय विशेष जल संवाद का आयोजन नीमराना के रिको औधोगिक क्षेत्र के जापानी जोन स्थित एनआईआईटी विश्वविद्यालय में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कोटपूतली बहरोड़ जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने नीमराना औद्योगिक क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को सराहा नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के स्वच्छ नीमराना हरित नीमराना सुरक्षित नीमराना एवं विकसित नीमराना के स्लोगन को सार्थकता प्राप्त होते देख प्रसन्नता जाहिर की।साथ ही औद्योगिक इकाइयों को बचाने के लिए वास्तव में साबी नदी में पानी लाने के प्रोजेक्ट को शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाने की बात कही।
विश्वविद्यालय के सीईओ मेजर जनरल एके सिंह ने अजीतगढ़ के पास त्रिवेणी संगम से साबी नदी में जल प्रवाह करने के लिए जल जागरण तथा यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए शोध एवं प्रवाह क्षेत्र में अतिक्रमण सहित विभिन्न बनाए गए पोखर, तालाब, एनीकट के बारे में जानकारी प्रदान की। केंद्रीय भूजल बोर्ड राजस्थान के क्षेत्रीय निदेशक मनोहर सिंह राठौड़ ने भूजल बोर्ड द्वारा जारी होने वाली अनापत्ति प्रमाण पत्रों के लिए 50 से अधिक आवेदनों के निस्तारण के लिए सूचना पर नीमराना में ही कैंप लगा कर अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कराने की बात कही।
राजस्थान भूजल बोर्ड के वैज्ञानिक विपिन कुमार मलिक ने गहराते भूजल पर उच्च श्रेणी के शोध कर बनाई हुई प्रस्तुति से नीमराना में गिरते भूजल एवं उसके पुनर्भरण की योजनाओं पर प्रकाश डाला व वैज्ञानिक प्रिया कंवर ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में आने वाली बाधाओं पर प्रकाश डालते हुए निवारण के उपायों को साझा किया। नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण गोपाल कौशिक ने औद्योगिक क्षेत्र में शीघ्रता से गिरते भूजल स्तर को नियंत्रित करने एवं भू जलस्तर में वृद्धि करने के लिए यमुना हथिनी कुंड से नहर द्वारा जल साबी नदी में प्रवाह करने को महत्ती प्रमुखता देने का निवेदन किया, ताकि औद्योगिक विकास एवं उत्पादन निरंतर चलता रहे।
उन्होंने साबी नदी में नहरी जल को डालने की बात कही ताकि भूजल स्तर में भी वृद्धि हो और उद्योगों को भी सुलभता से उत्पादन के लिए जल उपलब्ध हो सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता नीमराना इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक एवं सलाहकार केके शर्मा ने की उन्होंने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उक्त मंथन में नाली विधि द्वारा भूमिजल में पुनर्भरण, परकोलेशन टैंक, चेकडैम, नलकूप, फ्लैडिंग, छतों से प्राप्त वर्षा जल, भूमिगत बांध, रिचार्ज पिट द्वारा भूमि पुनर्भरण तथा ड्रिप सिंचाई, फव्वारा सिंचाई द्वारा भूजल संरक्षण संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
कार्यक्रम में पुलिस उप अधीक्षक सचिन शर्मा, थानाधिकारी राजेश कुमार मीणा, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक आर.के. सिंह, एस.आई. हसन, भूजल बोर्ड से वैज्ञानिक विपिन कुमार मलिक, प्रिया कंवर, पीके वर्मा, आर के वर्मा, एल.एम. माथुर, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की स्थाई सदस्य रुकमणी कौशिक, रीता माथुर, अनिल शर्मा, अमित यादव, विपिन गोयल, केशवाना औद्योगिक संघ के अध्यक्ष रमेश सांखला, सोतानाला औद्योगिक संघ के अध्यक्ष जेपी चौधरी, बहरोड़ औद्योगिक संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र यादव, शाहजहांपुर के अध्यक्ष ऋषिराज यादव, शाहजहांपुर औद्योगिक संघ के अध्यक्ष बिजेंद्र चौधरी, घीलौट औद्योगिक संघ के अध्यक्ष चरण सिंह यादव, विशाल बग्गा, हेमेंद्र सिंह, विकास कुमावत, संजय राणा, संदीप यादव, जोगेंद्र सिंह, जयसिंह, पंकज कुमार, अजीत सिंह, संजय यादव, ईश्वर सिंह, अजय गौड, अनिल कुमार, संदीप कुमार, तथा औद्योगिक इकाइयों के प्रबंधक एवं मानव संसाधन प्रबंधक उपस्थित रहे।