झालावाड़ — राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जब मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव स्थित एक सरकारी स्कूल की जर्जर छत गिर गई। हादसे में पांच बच्चों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक बच्चे घायल हो गए। हादसे के वक्त कक्षा में कुल 71 छात्र मौजूद थे, जिनमें से 35 बच्चे उस कमरे में थे, जिसकी छत भरभराकर गिर गई।
हादसे में मारे गए बच्चों की पहचान पायल (14) पुत्री लक्ष्मण, प्रियंका (14) पुत्री मांगीलाल, कार्तिक (8) पुत्र हरकचंद, हरीश (8) पुत्र बाबूलाल और मीना रेदास के रूप में हुई है। गंभीर रूप से घायल नौ बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
मौके पर मची अफरा-तफरी
जैसे ही हादसा हुआ, स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। स्थानीय ग्रामीण, शिक्षक और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला गया। घायलों को मनोहरथाना अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर स्थिति वाले छात्रों को जिला अस्पताल भेजा गया।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने जताया दुख
राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने दोपहर बाद घटनास्थल का दौरा करने और पीड़ित परिवारों से मिलने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर हादसे पर शोक जताया और कहा कि घायलों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी
राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पांच छात्रों की मौत की पुष्टि की और कहा कि सभी घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज कराया जाएगा। दिलावर स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
गांववालों का आरोप: समय रहते दी चेतावनी, नहीं हुई मरम्मत
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल की इमारत काफी समय से जर्जर थी और मरम्मत की मांग पहले भी कई बार की जा चुकी थी। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया। हादसे के वक्त बारिश हो रही थी और शिक्षक स्कूल भवन से बाहर थे।
प्रशासन मौके पर सक्रिय
राहत और बचाव कार्य में प्रशासनिक टीमें, चिकित्सा कर्मी और स्थानीय पुलिस जुटी हुई है। पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों पर जल्द कार्रवाई की बात कही जा रही है।
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