जयपुर | राजस्थान के विभिन्न मंदिरों के महंत, पुजारी और प्रबंधन समिति के सदस्य मंगलवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुख्यमंत्री निवास पर मिले। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा मंदिरों के विकास एवं धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों के लिए आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के साथ धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विषयों पर चर्चा की और कहा कि, “राज्य सरकार विकास के साथ-साथ विरासत के संकल्प पर प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। मंदिर केवल पूजा स्थल नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति और परंपराओं के संवाहक हैं।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार मंदिरों के संरक्षण और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नीतिगत स्तर पर ठोस निर्णय ले रही है, जिससे धार्मिक पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने स्वस्तिवाचन के साथ मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख महंत और पुजारी: कैलाश शर्मा, महंत, मोती डूंगरी गणेश मंदिर प्रताप सिंह, प्रतिनिधि, खाटू श्याम मंदिर बृजमोहन शर्मा, महंत, खोल के हनुमान मंदिर प्रदेश के अन्य कई प्रमुख मंदिरों के प्रतिनिधि भी इस बैठक में शामिल हुए।
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