RPSC में नई ऊर्जा की एंट्री – तीन नए सदस्यों से तेज़ होगी भर्ती प्रक्रिया

डॉ. सुशील कुमार बिस्सू
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🔹RPSC के नए सदस्य सुशील बिस्सू और अशोक कलवार ने किया पदभार ग्रहण, आयोग में नई रफ्तार की उम्मीद।
🔹तीन नए सदस्यों की नियुक्ति, अब कुल 10 में से 7 सदस्य सक्रिय, सिर्फ 3 पद खाली।
🔹सुशील बिस्सू, हेमंत प्रियदर्शी, अशोक कलवार – हर कोई लाया है अपनी विशेषज्ञता और अनुभव।

New Appointments Bring Fresh : राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) अब एक नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। अजमेर में बुधवार सुबह डॉ. सुशील कुमार बिस्सू और डॉ. अशोक कुमार कलवार ने सदस्य के रूप में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने आयोग अध्यक्ष समेत अन्य सदस्यों से मुलाकात की और औपचारिक रूप से अपने कार्य की शुरुआत की।

आरपीएससी में लंबे समय से खाली चल रहे सदस्यों के पदों को भरने के लिए सरकार ने मंगलवार रात बड़ा कदम उठाया और तीन नए सदस्यों की नियुक्ति की। इस नियुक्ति के बाद अब आयोग के 10 में से 7 सदस्य सक्रिय हो चुके हैं, जबकि 3 पद अब भी रिक्त हैं।

नवनियुक्त सदस्य डॉ. सुशील कुमार बिस्सू की पृष्ठभूमि एक साधारण किसान परिवार से जुड़ी है, लेकिन उनका करियर काफी प्रेरणादायक है। 33 वर्षों के शिक्षण अनुभव, गणित में प्रोफेसर के रूप में सेवा, 35 से अधिक शोध पत्र और पर्यावरण के प्रति उनकी सक्रियता – यह सब उन्हें एक अलग पहचान देता है। उनकी सादगी और शिक्षा के प्रति समर्पण उन्हें खास बनाते हैं।

इस बीच, पूर्व आईपीएस अधिकारी हेमंत प्रियदर्शी की नियुक्ति ने आयोग को प्रशासनिक अनुभव का भी एक बड़ा योगदान दिया है। 1992 बैच के अधिकारी रहे प्रियदर्शी, साइबर क्राइम से लेकर फॉरेंसिक साइंस तक की जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। साथ ही वे ITBP और CRPF जैसी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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डॉ. अशोक कुमार कलवार, जो कि मूलतः जोधपुर से हैं, हेमेटो-ऑन्कोलॉजी में वरिष्ठ विशेषज्ञ रहे हैं। वे देश के कई प्रतिष्ठित अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और 100 से अधिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शोधपत्र प्रकाशित कर चुके हैं। उनका अनुभव आयोग को नई दिशा देने में मददगार हो सकता है।

इन तीनों विशेषज्ञों की नियुक्ति से उम्मीद की जा रही है कि RPSC की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, गति और गुणवत्ता तीनों में सुधार होगा।