ब्रिगेडियर स्वर्गीय एच.एच. महाराजा सवाई भवानी सिंह के स्मरणोत्सव पर

  • एच.एच. महाराजा सवाई भवानी सिंह पर पुस्तक ‘बबल्स‘ का हुआ विमोचन
  • सिटी पैलेस में 24 श्रेणियों के अंतर्गत वर्चुअली दिए गए प्रतिष्ठित ‘सवाई जयपुर अवार्ड्स’

जयपुर। प्रतिष्ठित वार्षिक पुरस्कार समारोह ‘सवाई जयपुर अवार्डस् 2020’ को एमएसएमएस म्यूजियम के फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर गुरूवार शाम को वर्चुअली लाइव प्रस्तुत किया गया। समारोह का आयोजन ब्रिगेडियर स्वर्गीय एच.एच. महाराजा सवाई भवानी सिंह, एमवीसी ऑफ जयपुर के स्मरणोत्सव के अवसर पर किया गया था। इस वर्ष महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय म्यूजियम ट्रस्ट द्वारा ये पुरस्कार 24 श्रेणियों में दिए गए। यह पुरस्कार मानवता की सेवा से लेकर हेरिटेज संरक्षण, चिकित्सा विज्ञान, परम्परागत शिल्प के क्षेत्र आदि विभिन्न श्रेणियों में दिए गए। इन पुरस्कारों में 31,000 रुपये नकद, शॉल, सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक में रखा चांदी का कलश (गंगाजलि) की प्रतिकृति, प्रशस्ति पत्र और ‘श्रीफल’ शामिल था।

वर्चुअल कार्यक्रम की शुरूआत ब्रिगेडियर स्वर्गीय एच.एच. महाराजा सवाई भवानी सिंह, एमवीसी ऑफ जयपुर पर लिखी गई पुस्तक ‘बबल्स’ के विमोचन के साथ हुई। पुस्तक का विमोचन राजमाता साहिबा पद्मिनी देवी और प्रिंसेस दीया कुमारी द्वारा किया गया।

इस अवसर पर, प्रिंसेस दीया कुमारी ने कहा कि “मेरे पिता महाराजा सवाई भवानी सिंह, जो ‘बबल्स’ के नाम से प्रसिद्ध थे, की जीवनी का विमोचन करना मेरे लिए प्रसन्नता और गर्व की बात है। उनका जीवन अनेक अनुभवों से भरपूर था एवं उन्होंने अपने जीवन में विभिन्न भूमिकाएं निभाई। वे राजनयिक, पोलो खिलाड़ी, आर्मी मैन और सबसे अद्भुत पिता थे। 1971 में, उन्होंने पाकिस्तान के छाछरो में अत्यंत साहसिक सर्जिकल स्ट्राइक का नेतृत्व किया था, जिसके लिए उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने जयपुर के महाराजा होने के नाते कई जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। वे जयपुर शहर एवं इसके लोगों के लिए समर्पित थे और उन्होंने इस शहर को दुनिया भर में आगे बढ़ाने में बेहद महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेरा परिवार और मैं उन सभी के आभारी हैं जिन्होंने इस पुस्तक को लाने में मदद की।”

इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के दिये जाने वाले पुरस्कार थे – राजा दूल्हा राय अवार्ड – उत्कृष्ट सामाजिक सेवाओं के लिए (अक्षय पात्र फाउंडेशन); राजा काकिल देव अवार्ड – आर्कीटेक्चर एवं हेरिटेज संरक्षण के लिए (डॉ. शिखा जैन); राजा पजवान देव अवार्ड – औषधि के क्षेत्र में (डॉ. सुब्रत बनर्जी); राजा भगवंत दास अवार्ड – जयपुर के पारंपरिक शिल्प के क्षेत्र में (श्री गोपाल सैनी); राजा मानसिंह प्रथम अवार्ड – बहादुरी के लिए (शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा); मिर्जा राजा जयसिंह प्रथम अवार्ड – सशस्त्र बलों में विशिष्ट सेवा के लिए (मेजर जनरल आर.एस. शेखावत, एसएम); मिर्जा राजा राम सिंह प्रथम अवार्ड – पारिस्थितिकी संतुलन एवं पर्यावरण में सुधार के लिए (वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (WII)); महाराजा विशन सिंह अवार्ड – ट्रेवल, टूरिज्म एवं संग्रहालय विकास में उल्लेखनीय कार्य के लिए (श्री उपेंद्र सिंह शेखावत); महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय अवार्ड – एस्ट्रोनॉमी एवं संबंधित विज्ञान के क्षेत्र में (पंडित डॉ. केदार शर्मा); महाराजा सवाई ईश्वरी सिंह अवार्ड – पत्रकारिता के क्षेत्र में (राष्ट्रदूत अखबार (आर्बिट)); महाराजा सवाई माधो सिंह प्रथम अवार्ड – राजस्थान की इमेज को विकसित करने और बढ़ाने के लिए (राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (आरएएनए)); महाराजा सवाई प्रताप सिंह अवार्ड – इतिहास, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में (श्री भंवर जी भंवर); महाराजा सवाई जगत सिंह अवार्ड – पेंटिंग एवं स्कल्पचर के क्षेत्र में (श्री बजरंग सुथार); महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय अवार्ड – फोटोग्राफी के क्षेत्र में (श्री सुरेंद्र सिंह चौहान); महाराजा सवाई माधो सिंह द्वितीय अवार्ड – थियेटर, फिल्म एवं टेलीविजन क्षेत्र में (श्री प्रमोद भसीन) को महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिये गए।

इसके अतिरिक्त दिए गए अन्य पुरस्कार निम्न प्रकार से थे – महाराजा सवाई मानसिहं द्वितीय अवार्ड – खेल में उत्कृष्टता के लिए (श्री अनंतजीत सिंह नरूका); महारानी मरूधर कंवर अवार्ड – एमएसएमएस द्वितीय म्यूजियम ट्रस्ट, जेपीसीटी ट्रस्ट एव शिला माता ट्रस्ट के लिए (श्री श्योदानाराम कुमावत और श्री रोहिताश्व सिंह तंवर); महारानी किशोर कंवर अवार्ड – परफॉर्मिंग आर्ट के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए (पंडित कृष्ण मोहन भट्ट); राजमाता गायत्री देवी अवार्ड – महिला उत्कृष्टता के लिए (श्रीमती लैला तैयबजी); महाराजा सवाई भवानी सिंह अवार्ड – व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए (श्री सीमेंट लिमिटेड); राजमाता पद्मिनी देवी अवार्ड – राज परिवार के प्रति वफादारी एवं उत्कृष्ट अनुशासित सेवाएं प्रदान करने के लिये (श्रीमती सरस्वती, श्रीमती मदन कंवर और श्री अशोक कुमार); राजकुमारी दीया कुमारी अवार्ड – किसी भी क्षेत्र में अचीवर (श्री मोती सिंह रावत); महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह अवार्ड – स्पोर्ट्स में यंग अचीवर को उल्लेखनीय योगदान (सुश्री अवनी लेखरा) और ‘प्रिंसेस गौरवी कुमारी अवार्ड‘ – सोशल इम्पेक्ट के लिये उल्लेखनीय स्टार्ट-अप, नवाचार अथवा आविष्कार की शुरुआत के लिए (डॉ. सुनीता बुनदास) को दिया गया।