
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में अपने 11 उम्मीदवारों की छठी सूची जारी कर दी है। पार्टी ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सैय्यद नेयाज अली को मैदान में उतारा है, जहां 1 जून को सात चरण के आम चुनाव के आखिरी चरण में मतदान होना है।
चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। बसपा ने शुरू में प्रधानमंत्री के खिलाफ अतहर जमाल लारी को मैदान में उतारा था, हालांकि, उम्मीदवारों की नवीनतम सूची में लारी की जगह अली को ले लिया गया।
पार्टी ने एमएलसी भीमराव अंबेडकर को हरदोई एससी सीट से मैदान में उतारा है। बसपा की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की सूची में संत कबीर नगर से मोहम्मद आलम का नाम है।
फतेहपुर से मनीष सिंह सचान, फिरोजपुर से चौधरी बशीर, सीतापुर से महेंद्र सिंह यादव, महाराजगंज से मोहम्मद मौसमे आलम, मिश्रिख से बाआर अहिरवार, मछलीशहर से कृपाशंकर सरोज, भदोही से अहतर अंसारी और फूलपुर से जगन्नाथ पाल का नाम शामिल है।
इससे पहले एक सभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने देश में धर्म और हिंदुत्व की आड़ में अत्याचार होने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि देश की जनता इस लोकसभा चुनाव में नाटक, जुमलेबाजी या गारंटी के झांसे में नहीं आएगी।
पीलीभीत और मुरादाबाद में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में सत्ता में आने पर अन्य पार्टियों के विपरीत उनकी पार्टी जमीनी स्तर पर ठोस काम करेगी जैसा कि उसने सत्ता में रहते हुए उत्तर प्रदेश में किया था।
उन्होंने पीलीभीत में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस चुनाव में कोई नया या पुराना नाटक, जुमलेबाजी या गारंटी काम नहीं करेगी, क्योंकि देश के लोग समझ गए हैं कि गरीबों, कमजोर वर्गों, मध्यम आय समूहों और अन्य मेहनतकश लोगों से किए गए अच्छे दिन के कई वादे कागजी गारंटी हैं।