बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने नवाचार और स्थायित्वपूर्ण वृद्धि के लक्ष्य के साथ मनाया अपना 118वां स्थापना दिवस

बैंक ऑफ़ बड़ौदा
बैंक ऑफ़ बड़ौदा
  • इस वर्ष की थीम ‘भरोसे का सशक्त आधार: नवाचार’ है

  • ग्राहक अनुभव और ग्राहकों के विश्वास में वृद्धि पर केंद्रित कई पहलों की शुरुआत की घोषणा की गयी

मुंबई। बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बैंक) ने अपने 118वें स्थापना दिवस पर विश्वास, नवाचार और स्थायित्वपूर्ण वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। बैंक के 118वें स्थापना वर्ष की थीम – ‘’भरोसे का सशक्त आधार: नवाचार’ रखी गई है जो वर्षों से ग्राहकों के भरोसे को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए भविष्य की बैंकिंग को आकार देने की बैंक की सोच को दर्शाता है। बैंक ऑफ़ बड़ौदा के स्थापना दिवस के अवसर पर वित्तीय सेवाएं विभाग (डीएफ़एस) के सचिव  एम. नागराजू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर बैंक ने ग्राहकों की बदलती आवश्यकताओं को पूरा करते हुए बैंकिंग की पहुंच को बढ़ाने और स्थायित्वपूर्ण वृद्धि को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से डिजिटल और तकनीक, संवहनीय बैंकिंग और ग्रीन फायनांस के क्षेत्र में कई नवोन्मेषी उत्पादों और पहलों की घोषणा की।

कुछ प्रमुख पहलों में एमएसएमई, व्यापारियों और कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए एक नया, संवर्धित मोबाइल बैंकिंग ऐप; बॉब वर्ल्ड बिज़नेस ऐप लॉन्च, एआई और 3डी होलोग्राफिक तकनीक पर आधारित एक अत्याधुनिक वर्चुअल फ्रंट ऑफिस की शुरुआत, जो ग्राहकों को एक अभिनव सेवा अनुभव प्रदान करेगा; बॉब इ पे ऐप में वैश्विक यूपीआई सुविधाओं को एंटीग्रेट करते हुए बॉब इ पे इंटरनेशनल की शुरुआत, दृष्टिबाधित ग्राहकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से तैयार बॉब इनसाइट ब्रेल डेबिट कार्ड, और इनके साथ ही पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाओं को सपोर्ट प्रदान करने के लिए ग्रीन फ़ाइनेंस योजनाओं जैसी पहलें शामिल हैं ।

इस अवसर पर  एम. नागराजू, सचिव, वित्तीय सेवाएं विभाग ने कहा, “बैंक ऑफ़ बड़ौदा की 118 वर्षों की समृद्ध विरासत विश्वास, दृढ़ता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता की मिसाल है। विकसित भारत @2047 की दिशा में आगे बढ़ते हुए, तकनीक-संचालित बैंकिंग के माध्यम से समावेशी विकास को प्रोत्साहित करने, एमएसएमई क्षेत्र को सहयोग प्रदान करने और युवाओं के सशक्तीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, विशेष रूप से बैंक ऑफ़ बड़ौदा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। ”

इस अवसर पर बात करते हुए बैंक ऑफ़ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी  देबदत्त चांद ने कहा: “एक सदी से भी अधिक समय से, बैंक ऑफ़ बड़ौदा अपने हितधारकों के सपनों को साकार करने में उनका साथ देते हुए उनके भरोसे पर खरा उतरता रहा है। यह भरोसा सिर्फ हमारी विरासत का हिस्सा नहीं है, बल्कि हमें साहसिक और उत्तरदायित्वपूर्ण नवाचार के लिए निरंतर प्रेरित करता है – ताकि बैंकिंग को और सरल, स्मार्ट, सुरक्षित और ज्यादा सुलभ बनाया जा सके। अपने 118वें स्थापना दिवस पर, घोषित पहलों के माध्यम से हम अपने ग्राहकों और देश से यह वादा दोहराते हैं कि हम एक अधिक समावेशी, संवहनीय और डिजिटल रूप से सशक्त भारत के निर्माण में एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में कार्य करते रहेंगे।”

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