बेंगलूरू– एशिया के सबसे बड़े डिजिटल टेक्नोलॉजी फोरम इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2025 की दिशा में गति बढ़ाते हुए आईएमसी ने बेंगलूरू में आज एक रोडशो का आयोजन किया। दूरसंचार विभाग (डीओटी) और सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा आयोजित आईएमसी 2025 ने बेंगलूरू में फलते फूलते स्टार्टअप पारितंत्र और डीप टेक के उन्नयन में अग्रणी स्थिति को देखते हुए इस शहर को महत्वपूर्ण लांचपैड के तौर पर लिया है। इस वर्ष आईएमसी 2025 ने अपने अग्रणी एस्पायर प्रोग्राम के जरिए स्टार्टअप्स और नवप्रवर्तकों पर विशेष जोर दिया है। यह प्रोग्राम मार्गदर्शन, लाइव पिचिंग और नेटवर्किंग के लिए 500 से अधिक स्टार्टअप्स को अग्रणी निवेशकों, इनक्यूबेटर्स और वैश्विक साझीदारों के साथ जोड़ेगा।
आईएमसी 2025 रोडशो में मंच संभालते हुए संचार एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री डाक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी, दूरसंचार विभाग के सचिव डाक्टर नीरज मित्तल और सीओएआई के चेयरमैन अभिजीत किशोर ने इस आयोजन और आगे चलकर भारत के डिजिटल नेतृत्व के लिए प्रेरणादायी विचार रखते हुए अपना विजन और अंतर्दृष्टि साझा की।
सभा को संबोधित करते हुए संचार एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री डाक्टर चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा, “1.2 अरब मोबाइल उपभोक्ताओं, एक अरब ब्रॉडबैंड यूज़र्स और भारतनेट के जरिए जुड़े 2.2 लाख से अधिक गांवों के साथ डिजिटल परिवर्तन असाधारण रहा है। हम 40,000 अतिरिक्त ग्राम पंचायतों और 1.5 करोड़ ग्रामीण परिवारों को हाईस्पीड इंटरनेट से जोड़ने के लिए अब 18 अरब डॉलर का निवेश कर रहे हैं। हम मोबाइल उपकरणों का 75 प्रतिशत आयात करते थे और अब हम 1.8 ट्रिलियन रुपये मूल्य का सालाना निर्यात कर रहे हैं। यह “मेड फॉर इंडिया” से “मेड बाय इंडिया” की तरफ एक बदलाव है। टेलीकॉम टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड के जरिए हमने 120 हाईटेक स्टार्टअप्स को करीब 500 करोड़ रुपये का सहयोग किया है। भारत अवसरों की भूमि है और सरकार के सहयोग एवं टीटीडीएफ जैसी पहल के साथ यह उद्यमी बनने का सर्वोत्तम समय है। स्टार्टअप्स को मेरी सलाह है कि कभी हार ना मानें, जुनून पैदा करें, उद्देश्यपूर्ण टीम बनाएं और महज उत्पाद का ही नहीं, बल्कि ऐसे समाधान तैयार करें जिसके लिए लोग भुगतान करने के इच्छुक हैं। आईएमसी जैसे प्लेटफॉर्म नेटवर्क बनाने, मार्गदर्शक तलाशने और निवेशकों से मिलने के लिए महत्वपूर्ण हैं। जब मैं यात्रा करता हूं चाहे वह जापान हो, थाईलैंड हो या आसियान देश, लोग भारत के डिजिटल नेतृत्व और आईएमसी जैसे आयोजन के बारे में बातें करते हैं। यह एक गूंज है जिसका प्रभाव हम दुनियाभर में पैदा कर रहे हैं।“
डीसीसी चेयरमैन और दूरसंचार विभाग के सचिव डाक्टर नीरज मित्तल ने कहा, “इंडिया मोबाइल कांग्रेस महज एक आयोजन नहीं है। यह आर्थिक वृद्धि, डिजिटल कनेक्टिविटी, ई कॉमर्स और यहां तक कि राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ाने में दूरसंचार की महत्वपूर्ण भूमिका परिलक्षित करता है। हमने अक्सर सुना है कि भारत 4जी में पिछड़ा रहा, 5जी में दुनिया के साथ चला और अब 6जी में नेतृत्व करने की इच्छा रखता है। यही महत्वाकांक्षा यह आयोजन लोगों को एकजुट कर रही है। दूरसंचार एक सख्त, अत्यधिक विनियमित क्षेत्र है जहां वैश्विक दिग्गज कंपनियों का दबदबा है जो मानकों और प्लेटफॉर्मों पर नियंत्रण रखते हैं। लेकिन स्कीमों और टीटीडीएफ जैसे फंडों के जरिए भारत सरकार स्टार्टअप्स के लिए जोखिम घटा रही है और उन्हें बढ़ने में समर्थ बना रही है। हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं और आगे आकर इस यात्रा का हिस्सा बनने और दूरसंचार में विश्व का नेतृत्व करने में भारत की मदद करने के लिए हम सभी नवप्रवर्तकों को निमंत्रित करते हैं।“
सीओएआई के चेयरमैन अभिजीत किशोर ने कहा, “इंडिया मोबाइल कांग्रेस में हमारा मानना है कि जब बात सभी उद्योगों, समुदायों और सीमाओं पर बदलाव का नेतृत्व करने की हो तो टेक्नोलॉजी अपना सबसे गहरा प्रभाव डालती है। यह विश्वास हमारी 2025 की थीम इन्नोवेट टु ट्रांसफॉर्म का आधार बनाती है। मुझे लगता है कि आगे यह यात्रा वादों से भरी है और मुझे पूरा भरोसा है कि आईएमसी भारत की डिजिटल क्रांति के अगले अध्याय को आकार देने में अग्रणी बना रहेगा।“
आईएमसी ने आईएमसी 2025 के लिए दो अग्रणी पहल की भी घोषणा की। इसमें प्रथम घोषणा स्टार्टअप वर्ल्ड कप 2025 – इंडिया की है, जबकि दूसरी घोषणा ओपन एपीआई हैकाथन की है। ये दोनों ही आयोजन अक्टूबर, 2025 में आईएमसी 2025 के दौरान नवप्रवर्तन परिदृश्य को ऊर्जावान बनाने जा रहे हैं।
स्टार्टअप वर्ल्ड कप 2025 – इंडिया का आयोजन एस्पायर प्रोग्राम के तहत आईएमसी 2025 में होगा। पेगासस टेक वेंचर्स द्वारा आयोजित यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता भारतीय स्टार्टअप्स को सैन फ्रांसिस्को में होने वाले ग्लोबल फाइनल्स में 10 लाख डॉलर के भव्य पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा करने की एक बेजोड़ पेशकश करती है। यह संस्थापकों के लिए अग्रणी वैश्विक निवेशकों, मार्गदर्शकों और रणनीतिक साझीदारों के साथ जुड़ने के लिए एक जबरदस्त प्लेटफॉर्म का काम करेगा जिससे वे भारत के जीवंत और तेजी से उभरते टेक ईकोसिस्टम में स्थिर रहते हुए एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने नवप्रवर्तन को प्रदर्शित कर सकेंगे।