- इनविट्स से निवेशक भारत के पावर, सड़क और नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में हिस्सेदारी ले सकते हैं
- स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध यूनिट्स निवेशकों को इक्विटी जैसी लिक्विडिटी और स्थिर आय देती हैं
- इंडीग्रिड जैसे मॉडल भारत की ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में निवेशकों को 174% तक रिटर्न प्रदान कर चुके हैं
InvITs: Unlocking India’s Infrastructure Investment Opportunities : भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश की नई कहानी इनविट्स के माध्यम से आम निवेशकों तक पहुँच रही है। सेबी पंजीकृत 27 इनविट्स आज लगभग ₹7 लाख करोड़ की परिसंपत्तियों का प्रबंधन कर रहे हैं, जिनमें पावर, सड़क, नवीकरणीय ऊर्जा, टेलीकॉम टावर और पाइपलाइन शामिल हैं। अनुमान है कि 2030 तक इनका कुल प्रबंधनाधीन आकार तीन गुना बढ़कर ₹21 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा।
इनविट्स का मॉडल निवेशकों को स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध यूनिट्स के माध्यम से इक्विटी जैसी लिक्विडिटी और स्थिर आय का संयोजन प्रदान करता है। कम-से-कम 80% आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियों और 90% NDCF वितरण की शर्तें निवेशकों के लिए भरोसेमंद रिटर्न सुनिश्चित करती हैं।
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इंडीग्रिड जैसे सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध इनविट्स भारत की ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में निवेश का उदाहरण हैं। 2017 से अब तक इंडीग्रिड ने निवेशकों को ₹6,500 करोड़ से अधिक वितरित किए हैं और 174% का कुल रिटर्न प्रदान किया है। पावर ट्रांसमिशन, सोलर उत्पादन और बैटरी स्टोरेज में विविध पोर्टफोलियो निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ देता है।
इनविट्स न केवल निवेश का साधन हैं बल्कि भारत की नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन और मानेटाइजेशन प्लान को वित्तीय सहयोग प्रदान करके देश के विकास में भी योगदान दे रहे हैं। इससे नए प्रोजेक्ट्स को पूंजी मिलती है और भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की वृद्धि तेज़ होती है।