
प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों (सहाड़ा, सुजानगढ़ और राजसमंद) पर उपचुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की अंदरूनी दरारें फिर साफ नजर आने लगी हैं।
पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने गुरुवार को एससी-एसटी विधायकों की भागीदारी को मुद्दा उठा दिया। वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि सरकार के गठन में एससी-एसटी के वोटों की अहम भूमिका रही है।
एससी-एसटी के विधायकों को अब दमदार विभागों का मंत्री बनाना चाहिए। इन्हें जनता से जुड़े दमदार विभाग देकर ताकतवर बनाएं। नाम मात्र के प्रतिनिधि बनाने से कुछ नहीं होगा।
एससी-एसटी में बहुत से वरिष्ठ विधायक हैं जो पांच-पांच बार जीते हुए हैं, उन्हें मंत्री बना दीजिए। वहीं पायलट के अन्य समर्थक विधायक मुकेश भाकर का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सचिन पायलट ने जो भी बयान दिए उससे वे सहमत हैं।
पायलट ने एक दिन पहले ही कहा था- सुलह कमेटी की सिफारिशें लागू करने, मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में बिल्कुल भी देरी नहीं होनी चाहिए। उधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कोरोना का हवाला देते हुए राजसमंद व सहाड़ा का चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिया।
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