एयरपोर्ट का नामकरण कर हम महाराजा उम्मेदसिंहजी का कर्ज उतार सकते हैं: भंडारी

महाराजा उम्मेदसिंह ने आजादी से पहले ही जगा दी थी शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, रेल और एयर कनेक्टिविटी की अलख

जोधपुर/न्यूयॉर्क। जोधपुर एयरपोर्ट का नामकरण मारवाड़ के महाराजा उम्मेदसिंह के नाम से करके हम उनका कर्ज उतार सकते हैं। यह हमारे पास एक बड़ा अवसर है। यह कहना है राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राना) के चेयरमैन प्रेम भंडारी का। भंडारी ने कहा कि महाराजा उम्मेदसिंह एक दूरदर्शी शासक थे और उन्हें आधुनिक मारवाड़ का निर्माता ऐसे ही नहीं कहा जाता। आजादी से पहले उन्होंने जोधपुर में एयरपोर्ट बनवाना और देश का पहला फ्लाइंग क्लब भी जोधपुर में खोलना उस शासक की बड़ी सोच को बताता है।

महाराजा उम्मेदसिंह ने मारवाड़ में शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल और रेल-एयर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में आजादी से पहले ही इतने बड़े काम किए जो आज भी मिसाल हैं। भंडारी ने कहा कि अब पूर्व नरेश गजसिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी जोधपुर यात्रा के दौरान एयरपोर्ट पर ही इस संबंध में बात कर ली है, अब आगे की जिम्मेदारी सरकार की है कि वह एयरपोर्ट का नामकरण जल्दी से जल्दी महाराजा उम्मेदसिंह के नाम पर करे। भंडारी ने कहा कि वे दुनियाभर के राजस्थानियों की ओर से खुद भी प्रधानमंत्री से इस संबंध में निवेदन कर रहे हैं। महाराजा उम्मेदसिंह का जो योगदान जोधपुर और मारवाड़ के लिए रहा है, उसके लिए एयरपोर्ट का नामकरण बहुत छोटी बात है।