
नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने संदीप त्यागी, राजीव सक्सेना और अगस्ता वेस्टलैंड अंतरराष्ट्रीय के निदेशक जी सपोनारो समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया है। इससे पहले सीबीआई ने अपना आरोप पत्र विशेष अदालत में दायर किया था, जिसमें 15 लोगों के नाम लिखे थे।
सीबीआई 3,600 करोड़ रुपये के 12 अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर के सौदे पर मुख्य रूप से पैसों के लेन-देन की जांच कर रही है। इन हेलिकॉप्टरों को प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और रक्षा मंत्री जैसे विशिष्ट लोगों के आवागमन के इस्तेमाल करने के उद्देश्य से खरीदा गया था।
हेलिकॉप्टरों के संचालन के लिए छह हजार मीटर की संचालन क्षमता तय किए जाने की वजह से यह कंपनी शुरू में दौड़ में शामिल ही नहीं थी। यह पूरक आरोप पत्र जांच एजेंसी की ओर से तत्कालीन विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के कार्यकाल में पहला आरोप पत्र दायर करने के तीन साल बाद शुक्रवार रात को दायर किया गया।

पहले आरोप पत्र में वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को मुख्य आरोपी के तौर पर शामिल किया गया था। हालांकि अदालत इस माममे में सुनवाई करेगी। घूस के रुपयों के लेन-देन को लेकर जांच कर रही सीबीआई के मुताबिक एसपी त्यागी के रिश्तेदार संजीव और संदीप त्यागी ने नई दिल्ली स्थित अपनी कंपनी नीलमाधव कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए 2009 में कोलकाता की कंपनी माणिक एजेंसी का अधिग्रहण किया।
इसके बाद फर्जी कंपनी और फर्जी बैंक खातों के जरिए बैंकिंग माध्यमों से मिली घूस की राशि को इसके आड़े छिपा दिया।