केन्द्र सरकार देश के 13 एयरपोर्ट्स को निजी हाथों में सौपेंगी, मार्च तक हो सकती है बोली की प्रक्रिया पूरी

केंद्र सरकार मार्च 2022 तक राज्य के स्वामित्व वाले एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा संचालित 13 एयरपोर्ट्स को निजी हाथों में सौंपना चाहती है। एएआई के अध्यक्ष संजीव कुुमार ने बताया कि हमने विमानन मंत्रालय को 13 एयरपोर्ट की लिस्ट भेजी है, जिनकी पबिल्क प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर बोली लगाई जानी है। इस वित्तीय वर्ष के आखिर तक इन एयरपोर्ट्स की बोली प्रक्रिया को पूरा करने की योजना है।

बोली लगाने के लिए अपनाया जाने वाला मॉडल प्रति यात्री राजस्व मॉडल होगा। यह मॉडल हाल ही में इस्तेमाल किया जा चुका है और सफल रहा है। जेवर हवाई अड्डे (ग्रेटर नोएडा में) की भी इसी मॉडल पर बोली लगाई गई थी।

एएआई ने 6 प्रमुख हवाई अड्डों- भुवनेश्वर, वाराणसी, अमृतसर, त्रिची, इंदौर, रायपुर और सात छोटे हवाई अड्डों- झारसुगुड़ा, गया, कुशीनगर, कांगड़ा, तिरुपति, जबलपुर और जलगांव के प्राइवेटाइजेशन को मंजूरी दे दी है। इन छोटे हवाई अड्डों को प्रमुख हवाई अड्डों के साथ जोड़ा जाएगा ताकि बड़े इंवेस्टर को लुभाया जा सके।

एएआई की योजना के मुताबिक झारसुगुड़ा हवाई अड्डे को भुवनेश्वर के साथ जोड़ा जाएगा। कुशीनगर एवं गया हवाई अड्डों को वाराणसी के साथ, कांगड़ा को अमृतसर के साथ, जबलपुर को इंदौर के साथ, जलगांव को रायपुर के साथ और त्रिची को तिरुपति हवाई अड्डे के साथ जोड़ा जाएगा।

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