चारधाम यात्रा : तीर्थ पर जाने से पहले कराएं कौन सी जांच, विशेषज्ञ से जानें

चारधाम यात्रा
चारधाम यात्रा

भारत में कई सारे तीर्थ स्थल हैं जो दुर्गम पहाडिय़ों पर स्थित हैं। इन तीर्थ स्थलों पर हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं। इन तीर्थ यात्रियों में उम्रदराज लोगों के साथ ही युवा और बच्चे तक होते हैं। उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा शुरु हो गई है। उत्तराखंड में स्थित चार धाम यात्रा पर जाने वालों को मंदिर दर्शन के लिए ऊंची पहाड़ी पर चढ़ाई करनी पड़ती है। वहां का रास्ता काफी हाइट पर होने के साथ ही पथरीला और उबड़ खाबड़ है। वैसे तो यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा भी मिलती है। लेकिन अधिकतर यात्री पैदल यात्रा करते हैं।

चारधाम यात्रा
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कई किलोमीटर पैदल पहाड़ी की चढ़ाई करना मुश्किल हो जाता है। दिल के मरीजों के लिए चारधाम यात्रा मुश्किल हो सकती है। पिछले साल चारधाम यात्रा के लिए पैदल यात्रा के दौरान कई यात्रियों की मौत हो गई थी, जिसकी वजह दिल का दौरा पडऩा था। सवाल ये है कि किस वजह के यात्रियों को चार धाम यात्रा के दौरान दिल का दौरा पड़ सकता है? हार्ट अटैक क्यों आता है और इसके लक्षण क्या है? अगर आप भी चार धाम यात्रा पर या किसी ऊंची पहाड़ी पर स्थित तीर्थ स्थल पर जाने वाले हैं तो विशेषज्ञ से जान लें तीर्थ स्थल स्थल पर जाने से पहले किस तरह के हेल्थ चेकअप कराने चाहिए। चार धाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी क्या सावधानी बरतनी चाहिए।

विशेषज्ञ से जानें- चार धाम यात्रा में हार्ट अटैक की वजह

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नई दिल्ली में स्थित आकाश हेल्थकेयर हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अमित पेंढारकर ने चार धाम यात्रा के दौरान दिल का दौरा पडऩे के कारणों के बारे में बताते हुए कहा कि यह बहुत चिंता का विषय है कि पिछले वर्ष चार धाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। ज्यादातर तीर्थयात्रियों की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई। ये महत्वपूर्ण इसलिए भी है कि हमें यह समझना जरूरी है कि चार धाम की यात्रा के दौरान दो परेशानियां होती हैं। एक तो हाइट ज्यादा होती है। चढ़ाई की ज्यादातर लोगों को आदत नहीं होती है। साथ ही हाइट ज्यादा होने से ऑक्सीजन की कमी भी होती है। यह दोनों फैक्टर हैं, जिनके कारण हार्ट पर स्ट्रेस आता है और हार्ट अटैक आने की संभावना रहती है।

यात्रा से पहले कौन से टेस्ट कराएं

डॉ अमित पेंढारकर के मुताबिक, आजकल देखा जा रहा है कि युवा लोगों में भी हृदय संबंधी समस्याएं सामान्य हो गई हैं। इसलिए युवाओं को भी चार धाम यात्रा शुरू करने से पहले अपनी पुरानी जांच करानी चाहिए। खासकर फिजिकल फिटनेस की जांच। फिजिकल फिटनेस के लिए एक साधारण टेस्ट होता है कि ट्रेडमिल या स्ट्रेचिंग, जिसे करा कर देखना चाहिए कि आप अपने हार्ट को स्ट्रेस दे सकते हैं या नहीं दे सकते हैं। अगर इस तरह के टेस्ट में कोई परेशानी नहीं आती है, तभी चार धाम की यात्रा करनी चाहिए, अन्यथा यात्रा के दौरान हार्ट के ऊपर स्ट्रेस आने के कारण दिल का दौरा पडऩे की संभावना बढ़ जाती है।

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