मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ली चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि लू-तापघात (हीट वेव) और गर्मी जनित अन्य बीमारियों से आमजन को राहत पहुंचानें के लिए चिकित्सा विभाग अपनी पूरी तैयारी रखें। जिला कलक्टर नियमित तौर पर अस्पतालों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य केन्द्रों का पूर्ण रख-रखाव किया जाए एवं किसी भी तरह की कमी पाए जाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। शर्मा ने कहा कि गर्मी के मौसम में आमजन को बिजली, पानी एवं चिकित्सकीय सुविधाओं की निरंतर उपलब्धता राज्य सरकार की प्राथमिकता है। अधिकारी संवेदनशीलता के साथ पूरे समर्पण भाव से काम करें जिससे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

शर्मा शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत राज्य में पब्लिक हेल्थ केयर के बुनियादी ढ़ांचे को सुदृढ़ कर विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित किया जा रहा हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना के तहत प्रत्येक जिले में स्वास्थ्य के बुनियादी ढ़ांचे को विकसित कर आत्मनिर्भर बनाया जाए तथा स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाते हुए महामारियों से बचाव के लिए उच्च स्तर की तैयारियां की जाएं। उन्होंने कहा कि शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर के तहत राज्य के शहरी क्षेत्रों में वंचित वर्ग को उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग द्वारा इन आरोग्य मंदिर के लिए चिन्ह्ति सरकारी अनुपयोगी जमीन को उपयोग में लिया जाए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में लू से निपटने की तैयारियों के मद्देनजर अस्पतालों में दवाइयां और उपकरणों की हर समय उपलब्धता हो। हीट वेव की स्थिति में नियमित निगरानी रखी जाए तथा चिकित्सालयों मेें हर समय सभी आवश्यक मेडिकल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत चिकित्सा के आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित सभी आयुष्मान आरोग्य मन्दिरों में इस वर्ष तक प्रमुख 12 सेवाएं मिलना सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने एम्बुलेंस सेवाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से लैस करते हुए इनकी नियमित मॉनिटरिंग की जाएं। साथ ही, एम्बुलेंस की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाए।

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एक्सरे, सोनोग्राफी एवं डायलिसिस मशीनों की संख्या बढ़ाई जाए तथा इन सभी मशीनों को हर समय कार्यशील रखने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं। शर्मा ने कहा कि राजस्थान डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत प्रदेशवासियों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल रूप से संधारित करने के लिए प्रदेश के हर व्यक्ति कि ना केवल आभा आईडी बनाई जाए बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आभा आईडी का अधिक से अधिक उपयोग शीघ्र प्रारम्भ हो। बैठक में नव-निर्मित उपस्वास्थ्य केन्द्र, इन्टीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब, क्रिटीकल केयर ब्लॉक, मा वाउचर योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राज्य में योजना की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। इस दौरान प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों  एवं नवाचारों का प्रस्तुतिकरण दिया। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर सहित वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।