
श्रीलंका में चीन का दबदबा बढ़ता जा रहा है। चीन अब श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक नई पोर्ट सिटी बनाने जा रहा है। इसके कंस्ट्रक्शन का ठेका 24 मई को चीन की एक कंपनी को मिल चुका है। श्रीलंका की संसद ने इससे जुड़े बिल को संशोधन के बाद 20 मई को मंजूरी दे दी।
इस बिल का श्रीलंकाई विपक्ष ने कड़ा विरोध किया। सुप्रीम कोर्ट ने तो जनमत संग्रह कराने का भी सुझाव दिया, लेकिन दो भाईयों की सरकार का रसूख और बहुमत इतना है कि किसी की आवाज नहीं सुनी गई। इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कोलंबो पोर्ट सिटी के लिए एक अलग पासपोर्ट होगा। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

श्रीलंका में गोटबाया राजपक्षे राष्ट्रपति और महिंदा राजपक्षे प्रधानमंत्री हैं। दोनों सगे भाई हैं और देश में इस वक्त इनकी ही पूर्ण बहुमत वाली सरकार है। 2014 में भी इनकी ही पार्टी सत्ता में थी। उसी दौरान कोलंबो पोर्ट सिटी के लिए चीन से समझौता हुआ था। बाद की सरकार ने भी इसका समर्थन किया।