चीन ने हिंद महासागर में उतारे दो घातक एयरक्राफ्ट कैरियर

TOPSHOT - China's sole aircraft carrier, the Liaoning (R), arrives in Hong Kong waters on July 7, 2017, less than a week after a high-profile visit by president Xi Jinping. China's national defence ministry had said the Liaoning, named after a northeastern Chinese province, was part of a flotilla on a "routine training mission" and would make a port of call in the former British colony. / AFP PHOTO / Anthony WALLACE (Photo credit should read ANTHONY WALLACE/AFP/Getty Images)

बीजिंग। चीन हिंद महासागर में अपनी ताकत बढ़ा रहा है। चीन ने दो शक्तिशाली समुद्री विध्वंसक पोत का जलावतरण किया। वह हिंद महासागर में जिबूती नौसैनिक अड्डे पर बहुत बड़ा गोदी बना रहा है ताकि अपने विमान वाहक पोतों को वहां रख सके। सरकारी मीडिया ने 2019 को चीन की सेना के लिए ईयर ऑफ हार्वेस्ट करार दिया है जिसने काफी संख्या में आधुनिक हथियार जुटाए हैं। चीन हर महीने अपने बेड़े में नौसैनिक पोत जोड़ रहा है।

 

मीडिया सूत्रों की खबर के अनुसार चीन ने अपने छठे टाईप 055 और 23वें टाईप 052डी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक लांच किए थे। ये पोत करीब दो वर्षों में संचालन के लिए तैयार होंगे। सैन्य नीतियों में 2013 में बदलाव करने के बाद से सेना ने तीन लाख सैनिक कम किए हैं और चीन के प्रभाव का विस्तार करने और वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए नौसेना का व्यापक विस्तार किया जा रहा है।

 

विमान वाहक पोतों के अभियान में देरी से कदम रखने वाले चीन ने अपने दूसरे विमान वाहक पोत शैनडांग को लांच किया, जो पहले लेओनिंग के मुकाबले बड़ा है। लेओनिंग सोवियत समय का पुनर्निर्मित जहाज है जिसे 2012 में चीनी नौसेना में शामिल किया गया था।

 

आधिकारिक मीडिया खबरों में बताया गया कि शैनडांग पर 36 लड़ाकू विमान तैनात हो सकते हैं और हेलीकॉप्टरों को भी इस पर तैनात किया जा सकता है जबिक लेओनिंग पर 24 लड़ाकू विमान तैनात किए जा सकते हैं। सरकारी मीडिया की खबरों में बताया गया कि चीन आगामी वर्षों में पांच से छह विमान वाहक पोत हासिल करने की योजना बना रहा है।