पैंगॉन्ग के उत्तरी इलाके में सैनिक बढ़ाने की फिराक में चीन

भारतीय-चीनी सैनिक, indian-chinese army
भारतीय-चीनी सैनिक, indian-chinese army

भारतीय सेना की कड़ी नजर

चीन की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी


चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भारत की ओर से सख्त कदम उठाने के संकेत दिए गए हैं। अगर ऊंचाई पर स्थित हमारी सुरक्षा को चुनौती देने की कोशिश की गई तो भारत इसका मुंहतोड़ जवाब देगा। गौरतलब है कि हाल में चीन की ओर से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर उकसाने वाले कदम उठाए जा रहे हैं। लद्दाख में पैंगॉन्ग सो लेक के दक्षिणी इलाके में भारतीय जवानों से मात खाने बाद चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी अब उत्तरी इलाके में अपने सैनिक बढ़ा रही है। यहां नया निर्माण भी किया जा रहा है और ट्रांसपोर्टेशन के साधन जुटाए जा रहे हैं, लेकिन भारतीय सैनिक इस जगह से इतने करीब हैं कि वे चीन की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं।

इस बीच, भारत और चीन की सेना के बीच बुधवार को 4 घंटे तक ब्रिगेड कमांडर लेवल की बातचीत हुई। सहमति बनी है कि दोनों तरफ से कॉर्पस कमांडर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि 7 सितंबर को दक्षिणी इलाके में चीनी सैनिकों ने भारतीय पोस्ट की तरफ बढऩे की कोशिश की थी और चेतावनी के तौर पर फायरिंग की थी। यहां पर भारत के सैनिकों ने उन्हें रोक दिया था।

मजबूती से डटें हैं भारतीय सैनिक
भारत ने कहा था कि जब चीनी सैनिकों को उन्होंने अपनी पोस्ट की तरफ आने से रोका तो उन्होंने हवाई फायर भी किए थे। जबकि, इससे पहले चीन कह रहा था कि फायरिंग भारतीय जवानों ने की है। भारतीय जवान इस इलाके की दो अहम चोटियों पर डटे हैं और चीन कई बार भारत को इस पोजिशन से हटाने की कोशिश कर चुका है।

31 अगस्त को चीन सेना ने भारतीय इलाके पर कब्जे की कोशिश की थी

भारतीय और चीनी सैनिक दो हफ्तों में दो बार आमने-सामने आए हैं। 31 अगस्त की दोपहर भी चीन सेना ने भारतीय इलाके पर कब्जे की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने रोका था। 29-30 अगस्त की रात चीन की साजिशों को नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी हिस्से में मौजूद अहम चोटियों, ब्लैक टॉप और हेलमेट टॉप पर कब्जा कर लिया था।