आईपीएल में नहीं दिखेगा चीनी कंपनियों का एक भी विज्ञान

आईपीएल त्योहारी सीजन मेेंं हो रहा है, ऐसे में ब्रॉडकास्टर को 1500 से 1700 करोड़ रुपए के विज्ञापन मिल सकते हैं

नई दिल्ली। चीन की मोबाइल कंपनी वीवो आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर से हट चुकी है। अब टूर्नामेंट के दौरान चीन की कंपनियों के विज्ञापन टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी नहीं दिखेंगे। चीन के प्रति लोगों के नकारात्मक रवैए की वजह से विभिन्न कंपनियों ने इस तरह का निर्णय लिया है। पिछले साल टीवी और डिजिटल विज्ञापन से स्टार इंडिया को 2200 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था।

वीवो और ओपो की बात की जाए तो दोनों ने पिछले साल टूर्नामेंट के दौरान विज्ञापन पर 240 करोड़ रुपए खर्च किए थे। बार्क की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल आईपीएल के दौरान टॉप-10 सबसे ज्यादा विज्ञापन देने वालों की लिस्ट में दोनों कंपनियां शामिल थीं। हालांकि, त्योहारी सीजन की वजह से 1500 से 1700 करोड़ रुपए के विज्ञापन ब्रॉडकास्टर को मिल सकते हैं।

वीवो प्रो कबड्डी लीग के भी टाइटल स्पॉन्सर से हटा

वीवो ने कम से कम इस साल के लिए प्रो कबड्डी लीग के टाइटल स्पॉन्सर से हटने का फैसला किया है। वीवो ने 2017 से 2021 के लिए लीग से 300 करोड़ रुपए में करार किया था। यानी इससे लीग को हर साल 60 करोड़ रुपए मिलते हैं। कंपनी देश में हर साल मार्केटिंग और प्रमोशन पर लगभग 1 हजार करोड़ रुपए खर्च करती है।

टीमें 22 अगस्त को यूएई के लिए रवाना होंगी

आईपीएल की टीमें 20 अगस्त के बाद यूएई रवाना होंगी। चेन्नई सुपर किंग्स 22 अगस्त को रवाना होगी। कई फ्रेंचाइजी ने अलग-अलग शहर में रह रहे अपने खिलाडिय़ों का कोविड-19 टेस्ट कराना शुरू कर दिया है। बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि निगेटिव रिपोर्ट के साथ खिलाडिय़ों का आना अच्छा है।

यूएई जाने से पहले खिलाडयि़ों के दो टेस्ट होंगे

इसके बाद एसओपी के तहत यूएई जाने के पहले सभी के दो टेस्ट और होंगे। हालांकि कई फ्रेंचाइजी चार टेस्ट करा रही हैं। खिलाडिय़ों को फैमिली को साथ ले जाने पर रोक नहीं है, लेकिन अधिकतर खिलाड़ी शुरुआत में उन्हें साथ ले जाने के पक्ष में नहीं हैं। कई टीमों ने मेडिकल टीम बढ़ाई है क्योंकि टूर्नामेंट के दौरान हर पांचवें दिन टेस्ट होना है। इस बीच चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रांची में प्रैक्टिस शुरू कर दी है।

धोनी ने रांची में प्रैक्टिस की

उन्होंने रांची के इंडोर हॉल में गेंदबाजी मशीन के साथ प्रैक्टिस की। धोनी ने पिछले साल जुलाई में वल्र्ड कप के बाद से कोई इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला है। हालांकि उन्होंने संन्यास की घोषणा नहीं की है। ऐसे में वे आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे।