
यह एक शास्वत सत्य है कि जलवायु परिवर्तन केवल पर्यावरणीय चिन्ता का विषय नहीं है बल्कि जन जीवन और अजीविका को भी प्रभावित करता है, इसलिए अंतर्राष्ट्रीय सहकारी संघ अपने सभी हित धारकों और सहकारी आन्दोलन से जुड़े सभी सहकार बन्धुओं के सामूहिक प्रयासों द्वारा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों से विकासोन्मुख् कार्यक्रमों ओर राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए समयोचित कार्ययोजना बनाने की पहल की है।
उपरोक्त संदेश भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के अध्यक्ष राज्यसभा सदस्य डॉ. चन्दपाल सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ और अन्तर्राष्ट्रीय सहकारी संघ के एशिया पेसिफिक क्षेत्र सहकारी संघो द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य-13 क्लाइमेट एक्शन को ध्यान में रखते हुए को-ऑपरेटिव फॉर क्लाइमेट एक्शन विषय पर 6 जुलाई को आयोजित वेब कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
डॉ. चन्दपाल सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ और अन्तर्राष्ट्रीय सहकारी संघ के एशिया पेसिफिक क्षेत्र सहकारी संघो द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य-13 क्लाइमेट एक्शन को ध्यान में रखते हुए को-ऑपरेटिव फॉर क्लाइमेट एक्शन विषय पर 6 जुलाई को आयोजित वेब कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
को-ऑपरेटिव फॉर क्लाइमेट एक्शन कॉन्फ्रेंस के मुख्य अतिथि के रूप में संसद सदस्य ओर जी-20/जी-7 के शेरपा सुरेश प्रभु ने अपने सम्बोधन में कहा कि सहकारिता जगत के सक्षम नेतृत्व में ग्रामीण स्तर पर फैले सहकाारिता जगत से जुड़े सदस्यों के लिए यह सुअवसर है कि जन जागरुकता के लिए पहल कर एक बेहतर और प्रदूषण मुक्त विश्व बनाने के लिए रचनात्मक प्रयास करें।

बंजर भूमि में पेड लगाकर इको सिस्टम को प्रभावी बनाने चेक डैम व वाटर शेड, और ऊर्जा संचालित संसाधनों का उपयोग कार्बन उत्सर्जन को कम करेगा। दक्षिण भारत की अग्रणीय महेश बैंक के चैयरमेन इमीरेट्स एवं नई दिल्ली स्थित सहकारी प्रशिक्षण काउन्सिल के राष्ट्रीय सदस्य रमेश कुमार बंग ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से पर्यावरण की सुरक्षा तो प्रभावित हुई है साथ ही प्रदूषण ने भी प्रकृति को प्रभावित किया है।
अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर वैश्विक स्तार पर सहकार बन्धुओं का संकल्प प्रदूषण से मुक्ति और पर्यावरण सुरक्षा में प्रभावी ढंग से काम कर सकता है। को ऑपरेटिव फॉर क्लाइमेट एक्शन कॉन्फ्रेंस में भारतीय राष्ट्रीय सहकार संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन.सत्यनारायण के साथ उनल ओरनेक, आरपी सिंह, सुधीर कु मार, कुणाल वर्मा, एस एन पटेल, दीपेश सिंह, डॉ. केके त्रिपाठी, परमज्योति, जुगल किशोर, सुरेश गोयल आदि प्रमुख सहकारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा अपने विचार व सुझाव दिए।