क्लाउडटेल इंडिया ने अगले साल मई से कारोबार बंद करने का फैसला किया

अमेजन के प्लेटफॉर्म की सबसे बड़ी सेलर्स में शामिल क्लाउडटेल इंडिया ने अगले साल मई से कारोबार बंद करने का फैसला किया है। यह ऐलान उसके और फ्लिपकार्ट के खिलाफ कॉम्पिटिशन कमीशन की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के बाद हुआ है।

अमेजन और नारायण मूर्ति की कैटामारन ज्वाइंट वेंचर पार्टनर कंपनी प्रायवन के लिए सात साल पुरानी पार्टनरशिप को रिन्यू नहीं करने जा रही हैं। क्लाउडटेल इंडिया की पेरेंट प्रायवन के लिए हुई पार्टनरशिप का रिन्यूअल अगले साल मई में होना है।

क्लाउडटेल प्रायवन बिजनेस सर्विसेज के पूरे मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी है। प्रायवन कैटामारन और अमेजन की ज्वाइंट वेंचर कंपनी है। यह पार्टनरशिप रिन्यू नहीं किए जाने का फैसला उस समय लिया जा रहा है, जब देश में ईकॉमर्स स्पेस में विदेशी कंपनियों के कारोबार की निगरानी बढ़ी हुई है।

घरेलू नियमों के मुताबिक, इंडिया में मार्केटप्लेस चलाने वाली विदेशी कंपनी और उससे जुड़ी कोई कंपनी (ग्रुप कंपनी) उस प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने वाली किसी कंपनी में हिस्सेदारी नहीं रख सकती या उसकी इनवेंटरी पर कंट्रोल नहीं रख सकती।

फरवरी 2019 में इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रेस नोट 2 जारी करने के बाद अमेजन क्लाउडटेल और पटनी ग्रुप की अपैरियो में अपनी हिस्सेदारी 49 प्रतिशत से घटाकर 24 प्रतिशत ले आई थी। दोनों सेलर कंपनियों में हिस्सेदारी घटाने के बावजूद अमेजन कई सरकारी एजेंसियों और ऑफलाइन रिटेल ट्रेडर बॉडी के निशाने पर रही है।

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