सीएम अशोक गहलोत ने सात समंदर पार प्रवासी राजस्थानियों से किया संवाद

सीएम अशोक गहलोत, CM Ashok Gehlot
सीएम अशोक गहलोत, CM Ashok Gehlot

चालीस बरस हो गया एमपी बणया अर चालीस बरसा से दिळी अर जयपर रह रयो छु घणो फरक पडगयो: अशोक गहलोत

राजस्थान के प्रवासियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया संवाद

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मारवाड़ी में भाषण देकर जीता सबका दिल

राजस्थान फाउंडेशन अमेरिका के अध्यक्ष केके मेहता ने सीएम अशोक गहलोत को जमकर सराहा

केके मेहता ने कहा, कोराना से मुकाबले में सीएम अशोक गहलोत ने जो कदम उठाए हैं, उसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है।

हनवंत सिंह राजपुरोहित ने उठाया राजस्थानी भाषा का मुद्दा

जयपुर । मुुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान सरकार का संकल्प और प्रयास है कि दुनिया के अलग-अलग देशों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों का अपनी माटी के साथ जुड़ाव बना रहे। इस उद्देश्य के लिए 20 वर्ष पहले राजस्थान फाउण्डेशन का गठन किया गया था और सरकार इसके माध्यम से प्रवासियों के साथ बॉन्डिंग को मजबूत बना रही है।

गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रवासी राजस्थानियों के साथ संवाद के दौरान कहा कि विदेश में रहने वालों का अपने प्रांत के साथ अपनापन बढ़ाने में राजस्थानी भाषा का बड़ा योगदान है। राज्य सरकार राजस्थानी भाषा के विकास और उसको मान्यता दिलाने के लिए कृत-संकल्प है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी जैसी वैश्विक आपदाएं पहले भी आई हैं, लेकिन कोरोना सक्रमंण ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। मानवता पर इस संकट के दौरान विदेशों में रहने वाले राजस्थानियों ने अपने प्रदेश और देश के लोगों की भरपूर मदद की है। वे सब साधुवाद के पात्र हैं।

मारवाड़ी में समापन संबोधन देकर सीएम अशोक गहलोत ने जीता दिल

सीएम अशोक गहलोत ने मारवाड़ी में समापन संबोधन देकर सभी प्रवासियों का दिल जीत लिया, दरअसल संवाद जब आखिरी चरण में था तब कुछ प्रवासियों ने  इस संवाद को वीसी के जरिए मॉडरेट कर रहे राजस्थान फाउंडेशन के कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव से यह आग्रह किया कि सीएम मारवाड़ी में समापन भाषण दें तो बेहतर रहेगा। सीएम ने तुरंत इस आग्रह को स्वीकार कर लिया और मारवाड़ी में समापन संबोधन दिया।   

दुनिया के 50 देशों मेें 90 से अधिक जगहों पर रह रहे प्रवासी राजस्थानियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री से सवांद किया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की और इस लड़ाई में राज्य सरकार के माध्यम से प्रदेशवासियों की मदद की पेशकश भी की।

उन्होंने फंसे हुए गरीब मजदूरों की आर्थिक मदद करने, उनको विदेशों में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित करने, प्रदेश में शिक्षा तथा गांवों के विकास में सहयोग जैसे प्रस्ताव भी दिये। सीएम अशोक गहलोत ने कोराना संकट के बीच सात समंदर पार विदेशों में बैठे प्रवासी राजस्थानियों के साथ संवाद किया।

करीब 100 मिनट तक चले संवाद में 19 प्रवासी राजस्थानियों ने विचार रखे। सीएम अशोक गहलोत ने मारवाड़ी में समापन संबोधन देकर सभी प्रवासियों का दिल जीत लिया, दरअसल संवाद जब आखिरी चरण में था तब कुछ प्रवासियों ने  इस संवाद को वीसी के जरिए मॉडरेट कर रहे राजस्थान फाउंडेशन के कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव से यह आग्रह किया कि सीएम मारवाड़ी में समापन भाषण दें तो बेहतर रहेगा। सीएम ने तुरंत इस आग्रह को स्वीकार कर लिया और मारवाड़ी में समापन संबोधन दिया।   

हनवंत सिंह राजपुरोहित ने उठाया राजस्थानी भाषा का मुद्दा

Hanwant Singh Rajpurohit : हनवंत सिंह राजपुरोहित ने उठाया राजस्थानी भाषा का मुद्दा

यूके में रह रहे प्रवासी राजस्थानी हनवंत सिंह राजपुरोहित ने सीएम के सामने राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में मान्यता दिलवाने का मुद्दा उठाया जिस पर सीएम ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। लंदन से प्रवासी हनवंत सिंह राजपुरोहित ने मुद्दा उठाते हुए कहा, राजस्थानी को मान्यता दिलाकर राजभाषा बनाना जरूरी है।

विदेशों में रह रहे प्रवासी देश के लिए एकजुट, प्रवासी राजस्थानी सरकार के साथ हैं: जोधा

यूके से प्रवासी हरेंद्र सिंह जोधा

यूके से प्रवासी हरेंद्र सिंह जोधा ने कहा, पहली बार एक साथ इतने देशों के प्रवासी राजस्थानी एक साथ जुटे, कोराना संकट में विदेशों में रह रहे प्रवासी देश के लिए एकजुट है। यह मौका प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोडऩे का है, प्रवासी राजस्थानी सरकार के साथ हैं , सीएम गहलोत ने कहा, सभी प्रवासियों के स्वास्थ्य की कामना करता हूं, बाहर रह रहे प्रवासियों के स्वास्थ्य की चिंता है

नवाचार और बिजनेस में नए बच्चों ओर नए लोगों को मौका मिले: दिलीप पुंगलिया

दिलीप पुंगलिया ने सीएम गहलोत के सामने अपने सुझाव रखते हुए बताया नवाचार और बिजनेस में कैसे नए बच्चों ओर नए लोगों को बिजनेस को मौका मिले। इसके बारे में दिलीप पुंगालिया ने चर्चा की।

यूके, लंदन से से दिलीप पुंगलिया ने सीएम गहलोत से संवाद करते हुए कहा, मैं जोधपुर का ही हूं ओर मदन जी पूनिया के परिवार से हूं, जोधपुर के हैं, शायद अशोक जी उन्हें जानते होंगे। दिलीप पुंगालिया जी ने अपने सुझाव सीएम अशोक गहलोत के सामने रखते हुए बताया नवाचार और बिजनेस में कैसे नए बच्चों ओर नए लोगों को बिजनेस को मौका मिले। इसके बारे में दिलीप पुंगालिया ने चर्चा की।

दिलीप पुंगालिया ने बताया मैंने जोधपुर में कुछ बच्चों के साथ काम करके उनसे बहुत कुछ सीखा और उनको अपनी स्किल से फायदा पहुंचाया। मेरी स्किल से कैसे उन्हें फायदा पहुंचा। राजस्थान में बिजनेस की कोई कमी नहीं है। मेरा सुझाव यह है कि सरकार फाइनेंस और इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के साथ मिलकर एक प्लान तैयार करें। हम हर तरह के सपोर्ट को तैयार हैं कैसे बिजनेस में लोगों को मदद मिले। कैसे उनको अपना स्टार्ट अप शुुरु करने में मदद मिले। हम उनको कैसे फंडिग उपलब्ध करवा सकते हैं और उनको अपना काम शुरु करने में मदद मिले।

केके मेहता ने सीएम अशोक गहलोत को सराहा

केके मेहता ने सीएम अशोक गहलोत को सराहा

के के मेहता राजस्थान फाउंडेशन अमेरिका के अध्यक्ष केके मेहता ने सीएम अशोक गहलोत की तारीफ की। कहा, कोराना से मुकाबले में सीएम अशोक गहलोत ने जो कदम उठाए हैं, उसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। उद्योग विभाग से प्रतिनिधि अमेरिका आएं, अमेरिका मेंं राजस्थान के निवेश के लिए यहां अलग अलग समिट करें, लोग राजस्थान में निवेश करना चाहते हैं।

प्रवासियों के लिए राजस्थान में स्पेशल कोर्ट बनाएं, सीएम को दुबई आने का निमंत्रण: यूएई से प्रवासी केशव ने कहा, प्रवासियों के लिए राजस्थान में स्पेशल कोर्ट बनाएं। सीएम को दुबई आमंत्रित किया और कहा कि दुबई मे इंवेस्टमेंट समिट करनी चाहिए। राजस्थान में कई उद्यमी निवेश करना चाहते हैं।

इंजीनियरिंग छात्रों को जापानी सिखा दीजिए रोजगार के द्वार खुल जाएंगे: जापान से प्रवासी हेमंत दोषी ने कहा कि राजस्थान के युवाओं के लिए जापान में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, राजस्थान के युवाओं को जापानी भाषा और स्किल सिखाएं। इंजीनियरिंग कॉलेजों में जापानी सिखाएं, थर्ड ईयर में इंजीनियरिंग में जापानी सिखाा दीजिए रोजगार के द्वार खुल जाएंगे।

निवेश मंजूरी प्रक्रिया को फास्ट ट्रेक् में लांए: ऑस्ट्रेलिया से मनीष ने कहा, कोविड के कारण चीन से कई कंपनियां बाहर जा रही हैं, उन कंपनियों को राजस्थान में लाने का प्रयास करें। निवेश के लिए प्रक्रिया को थोड़ा फास्ट बनाएं।

मारवाड़ी में दिया समापन भाषण

संवाद के अंत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मारवाड़ी में समापन भाषण देने की मांग की गई तो सब तरफ ठहाकों से माहोल खुशनुमा हो गया। मारवाड़ी में अपने संबोधन में कहा, मुझे 40 साल हो गए एमपी बने हुए, 40 साल से दिल्ली और जयपुर रहा, इसलिए भाषा का थोड़ा बहुत फर्क पड़ गया। 

संवाद के अंत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मारवाड़ी में समापन भाषण देने की मांग की गई तो सब तरफ ठहाकों से माहोल खुशनुमा हो गया। हर तरफ लगते कहकहों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी हंसे बिना नहीं रह सके। मुख्यमत्री अशोक गहलोत ने सबका मान रखते हुए मारवाड़ी में समापन भाषण दिया।

मारवाड़ी में बोलते हुए सीएम गहलोत ने कहा, सीएम ने मारवाड़ी में अपने संबोधन में कहा, चालीस बरस हो गया एम पी बणया अर चालीस बरसा से दिळी अर जयपर रह रयो छु घणो फरक पडगयो । शायद था लोगा ने भी चालीस बरस हो गया देश से बाहरे रहता । लेकिन आपणी महिला की वजह स मारवाडी भाषा को वजूद आपणा घरा मे जिनदा छ कुयू कि महिला घरा म मारवाडी बोल छ ।

कॉफ्रेंस रा अंत मे मुखयमंत्री सभी प्रवासी बधुआ रो राजसथानी भाषा मे धनयवाद करता हुया कहया कि राजसथानी ने संविधान री आठवी अनुसूची मे शामिल करबा ताई राजस्थान री विधानसभा म प्रसताव पारित कर केंद्र सरकार ने भेज चुकया। आशा है कि केंद्र उचित कारवाई करशी। अशोक गहलोत कहया कि राजस्थानी भाषा न बचाया राख बा ताई राजसथान सरकार पूरी तरह प्रयासरत छ। आपनी संसकृती अर भाषा आपनी धरोहर छ ईने बचा बा तई मेहे हर सभंव प्रयास करशा

मुझे 40 साल हो गए एमपी बने हुए, 40 साल से दिल्ली और जयपुर रहा, इसलिए भाषा का थोड़ा बहुत फर्क पड़ गया। घर में महिलाओं के कारण मारवाड़ी बोली कायम रही है, मारवाड़ी को लेकर कई साथियों ने बात उठाई। मेरे वक्त ही विधानसभा में प्रस्ताव पारित हुआ था, आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग है। वह प्रक्रिया चल रही है, केंद्र में 8—9 और भाषाओं को मान्यता की मांग चल रही है। राजस्थान में कई साथी राजस्थानी की मान्यता के लिए लगे हुए हैं, हम जरूर कामयाब होंगे।

संवाद का संचालन धीरज श्रीवास्तव ने किया

संवाद का संचालन राजस्थान फाउंडेशन चेयरमैन धीरज श्रीवास्तव ने किया

संवाद का संचालन धीरज श्रीवास्तव ने किया। धीरज श्रीवास्तव राजस्थान प्रशासनिक सेवा से वीआरएस ले चुके हैं और वर्तमान में राजस्थान फाउंडेशन चेयरमैन की भूमिका निभा रहे हैं। धीरज श्रीवास्तव दिल्ली में रहकर राजस्थान फाउंडेशन के जरिए प्रवासी राजस्थानियों से समन्वय करते हैं।

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मूलरूप से उत्तर प्रदेश निवासी धीरज श्रीवास्तव राजस्थान विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और एम.फिल में स्वर्ण पदक जीता। उसके बाद 1994 बैच में उनका चयन राजस्थान प्रशासनिक सेवा में हुआ। यहां जालोर, सिरोही और जोधपुर जैसे राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में उनके विशिष्ट कार्यों के कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें अपना ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी नियुक्त किया था। वह गहलोत के काफी निकट माने जाते हैं।