लोगों के सुख-दुख के साथी बन गए सीएम भजनलाल शर्मा

शर्मा
भजनलाल शर्मा

जनता के लिए बिजली, पानी, रैन बसेरों की व्यवस्था से लेकर पुलिस थाने तक पहुंच जाते हैं सीएम भजनलाल शर्मा

जलते दीप, जयपुर। जब से सीएम भजनलाल शर्मा ने राजस्थान का मुख्यमंत्री पद संभाला है वे लगातार आमजन से जुड़ी समस्याओं को लेकर संवेदनशील रहे हैं। जनवरी की सर्द रातें हो या मई के तपते दिन। वे खुद सड़क पर उतरकर लोगों की परेशानियां दूर करने में जुटते दिखाई देते हैं। भजनलाल शर्मा ने जब गत वर्ष सीएम पद संभाला उसके कुछ दिनों बाद ही वे रात में जयपुर रेलवे स्टेशन पर बने रैन बसेरा में पहुंच गए और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इतना ही नहीं उन्होंने वहां सो रहे लोगों से बात कर उनकी परेशानियां सुनी और जल्द ही उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया।

जयपुर के सदर थाने में रात में पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा।
जयपुर के सदर थाने में रात में पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा।

अचानक थाने पहुंचे सीएम भजनलाल शर्मा

इसके कुछ दिनों के बाद एक रात वे सदर थाने पहुंचे और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से बातचीत कर इलाके में सुरक्षा और गश्त के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पैदल ही सड़क पर निकलकर लोगों से बातचीत की । जिस तरह भजनलाल लोगों से मिल रहे थे वहां उपस्थिति लोग यही कर रहे थे कि ये आम नागरिकों का सीएम है। सीएम भजनलाल की एक खाशियत है कि वे आमजन की परेशानी को खुद की परेशानी मानकर उसे दूर करने में जुट जाते हैं।

वीआईपी नहीं आमजन के सीएम

वीआईपी मूवमेंट के दौरान आम जनता को होने वाली परेशानी को देखते हुए भजनलाल ने तय किया कि जब वे किसी भी सड़क से गुजरेंगे तो लोगों को रोका नहीं जाएगा और उनका काफिला आम जनता की ही तरह सड़क पर चलेगा। सीएम के इस फैसले से भी जनता में संदेश गया कि भजनलाल शर्मा लोगों को होने वाली परेशानी से खुद रू-ब-रू होकर फैसला लेते हैं।

एसएमएस अस्पताल में व्यवस्था का जायजा लेते सीएम भजनलाल शर्मा।
एसएमएस अस्पताल में व्यवस्था का जायजा लेते सीएम भजनलाल शर्मा।

भजनलाल शर्मा का मानना : अस्पतालों में राहत मिले परेशानी नहीं

अस्पतालों में होने वाली अव्यवस्थाओं पर भी भजनलाल शर्मा काफी संवेदनशील रहे हैं। उनका मानना है कि मरीज तो अपनी बीमारी से परेशानी झेलता ही है और अगर अस्पतालों में अव्यवस्था होती है तो उसके परिजन भी परेशान होते हैं इसलिए अस्पतालों में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे मरीज के साथ-साथ उसके परिजनों को भी परेशानी नहीं हो। वहां सफाई, पानी और दवाई की ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि वे आसानी से मिल सकें।

गत वर्ष 24 दिसम्बर की रात सीएम जब अचानक एसएमएस अस्पताल पहुंचे तो वहां अनुपस्थित तीन मेडीकल कर्मियों पर एक्शन लेकर उन्होंने साफ संदेश दिया कि चिकित्सा में किसी भी तरह की लापरवाही बदा्रश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए भजनलाल ने तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए हुए हैं। उच्च अधिकारी भी इसी को लेकर अलग-अलग अस्पतालों का निरीक्षण करते रहते हैं। एसीएस ने पिछले दिनों राज्य के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस हॉस्पिटल में अचानक पहुंच वहां के हालात जाने। अव्यवस्थाएं देख वे खासी नाराज भी नजर आईं और उन्हें तुरंत ठीक करने के आदेश दिए।

पंप हाउस में व्यवस्था देखते सीएम भजनलाल शर्मा।
पंप हाउस में भजनलाल शर्मा।

पानी की परेशानी दूर करने गर्मी में गमछा पहन सड़क पर उतरे

इन दिनों प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है और आमजन पानी के लिए परेशान हो रहा है। ऐसे में सीएम भजनलाल ने सिर पर गमछा बांध खुद सड़क पर उतर परेशानी को जानने का फैसला किया और भरी दोपहर में रामनिवास बाग स्थित पंप हाउस जाकर वहां की स्थिति देखी और पानी की सप्लाई के बारे में जाना। उन्होंने अधिकारियों को संदेश दिए कि लोगों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़े। भजनलाल शर्मा ने ऊर्जा और जल मंत्रियों के साथ-साथ तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में लोगों को बिजली और पानी के लिए परेशान नहीं होने दें और अगर कोई शिकायत आती है तो उसका तुरंत निपटारा करें।

टपरी पर चाय बनाते सीएम भजनलाल शर्मा।
टपरी पर चाय बनाते  भजनलाल शर्मा।

भजनलाल शर्मा ने टपरी पर चाय बनाकर पी तो देखते रह गए लोग

भजनलाल शर्मा शुरू से ही वीआईपी कल्चर से दूर रहे हैं। सीएम पद संभालने के कुछ दिनों बाद ही जब वे भरतपुर जा रहे थे तब रास्ते में मानपुर के पास पीपलकी गांव में रुक कर एक चाय की दुकान पर अपने हाथों से चाय बनाकर पी। साथ ही उन्होंने चाय की दुकान चलाने वाले मुंशी लाल गुर्जर से बात की और उनकी आर्थिक मदद भी की। भजन लाल शर्मा के इस अंदाज को देखकर कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सभी लोग हैरान थे। लोगों में एक ही चर्चा थी कि इतने बड़े पद पर होकर होकर इतना साधारण जीवन जीने वाला यह सीएम कुछ खास है।

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