सीएम गहलोत ने प्रवासियों से अपील कर कहा, सरकार प्रवासियों को उनके घर लाने के लिए प्रतिबद्ध

अशोक गहलोत,ashok gehlot
अशोक गहलोत,ashok gehlot

सीएम अशोक गहलोत ने अलग अलग राज्यों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों और मजदूरों से अपील करते हुए आश्वासन दिया है कि  राजस्थान सरकार देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे सभी प्रवासियों को उनके घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

  • दो दिन में 6.36 लाख प्रवासी रजिस्ट्रेशन करवा चुके : गहलोत
  • प्रवासियों  की वापसी का पीएम के सामने सबसे पहले हमने मुद्दा उठाया : गहलोत
  • राज्य सरकारों से प्रवासियों को निजी वाहनों से आने की अनुमति देने का आग्रह किया है : गहलोत
  • राज्य सरकारों से सहमति लेने के लिए मुख्य सचिव कर रहे हैं प्रयास : गहलोत

जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने अलग अलग राज्यों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों और मजदूरों से अपील करते हुए आश्वासन दिया है कि राजस्थान सरकार देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे सभी प्रवासियों को उनके घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

गहलोत ने ट्वीट के जरिए प्रवासियों से अपील की है। गहलोत ने लिखा, हम पीएम के सामने इस मुद्दे को उठाने वाले देश में पहला राज्य थे, केंद्र की मंजूरी भी हमने ही सबसे पहले मांगी, 6 लाख से ज्यादा प्रवासियों ने वापस आने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है, इनमें से बहुत से प्रवासी देश के दूरस्थ स्थानों पर हैं, दूरस्थ स्थानों से प्रवासियों को लाने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलानी चाहिए, इसके लिए पीएम को भी लिखा है।

सीएम अशोक गहलोत ने लिखा, हम पीएम के सामने इस मुद्दे को उठाने वाले देश में पहला राज्य थे

राज्य सरकारों से प्रवासियों को निजी वाहनों से आने की अनुमति देने का किया अनुरोध: सीएम ने कहा कि जिन राज्यों में प्रवासी रह रहे हैं वहां की सरकारों से राजस्थान सरकार ने अनुरोध किया है,कि निजी वाहनों व अन्य साधनों से आने के लिए  अनुमति दें।

लेकिन इतनी ज्यादा संख्या में रजिस्टर्ड लोगों का दूरस्थ राज्यों से बिना स्पेशल ट्रेन चलाए राजस्थान आना बहुत कठिन है। इसलिए हमने 29 अप्रैल  को ही भारत सरकार से स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था के लिए विशेष अनुरोध किया है।

यह भी पढ़ें-सीएम अशोक गहलोत ने दिए लॉक डाउन आगे बढ़ाने के साफ संकेत

मुख्य सचिव संबंधित राज्य सरकारों से संपर्क में : सीएम ने लिखा कि जिन राज्यों में प्रवासी रह रहे हैं वहां की सरकारों से सहमति प्राप्त करने के लिए मुख्य सचिव स्तर पर समन्वय किया जा रहा है।

संकट की इस घड़ी में प्रवासी व उनके परिजन आपस में सम्पर्क व समन्वय बनाये रखें जिससे सभी का आत्मविश्वास बना रहे। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार राज्य में आने वाले प्रत्येक प्रवासी का 14 दिन के लिए होम या संस्थागत क्वॉरंटीन स्वयं व प्रत्येक नागरिक के जीवन के लिए अनिवार्य है।

सीएम सीएम गहलोत ने सर्वप्रथम पहल कर एक-दूसरे राज्यों में अटके राजस्थान केप्रवासी को घर पहुंचाने के प्रयास किए।

राजस्थान सरकार ने सबसे पहले किए प्रयास:  सीएम ने कहा कि राजस्थान सरकार ने सर्वप्रथम पहल कर एक-दूसरे राज्यों में अटके राजस्थान के प्रवासी भाई-बहनों को उनके घर पहुंचाने की अनुमति के प्रयास किए। इसके लिए दो दिन पहले प्रवासियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिया गया था।

यह भी पढ़ें-सीएम अशोक गहलोत ने अभिनेता इरफान खान के निधन पर दुःख व्यक्त किया

दो दिन में ही 6 लाख 36 हजार से ज्यादा इच्छुक प्रवासी रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी है। भारत सरकार ने 29 अप्रैल  को राज्यों द्वारा आपसी सहमति से प्रोटोकॉल बनाकर विभिन्न शर्तों के साथ विभिन्न स्थानों पर अटके हुए प्रवासियों, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों, छात्रों  और अन्य के आवागमन की अनुमति दी है।