सीएम गहलोत की मिशन 2030 यात्रा 27 से

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दूरदर्शी नेतृत्व में कांग्रेस सरकार राजस्थान को देश में सबसे विकसित राज्य बनाने के संकल्प पर काम कर रही है। इसके तहत मिशन 2030 अभियान की यात्रा का पहला चरण 27 सितम्बर से शुरू किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम से होगी। नौ दिवसीय इस यात्रा में मुख्यमंत्री गहलोत करीब 3000 किलोमीटर यात्रा कर 18 जिलों के 50 से अधिक स्थानों पर जाएंगे और आमजन से प्राप्त सुझावों के आधार पर उनसे संवाद करेंगे।

मुख्यमंत्री
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इस साल अगस्त माह में मिशन 2030 की लॉन्चिंग की गई थी। इसके बाद से ही राजस्थान को विकास के नए आयाम देने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर वर्ग और क्षेत्र के प्रदेशवासियों से विचार और सुझाव मांगे गए थे। प्राप्त सुझावों के आधार पर सीएम राजस्थान इकोनॉमिक ट्रांसफॉर्मेशन एडवाइजरी काउंसिल (सीएमआरईटीएसी) द्वारा मिशन 2030 का खाका तैयार किया गया। मिशन 2030 अभियान के तहत विषय विशेषज्ञों और प्रबुद्ध नागरिकों से गहन चर्चा कर सुझाव लिए गए और मुख्यमंत्री स्तर पर 4.5 लाख से अधिक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई। श्री अशोक गहलोत सरकार ने जनकल्याण एप, टोल फ्री नंबर 181 और विभिन्न निबंध और भाषण प्रतियोगिताओं के माध्यम से एवं पार्टी के स्वयंसेवकों की मदद से घर-घर सर्वे कराकर भी सुझाव प्राप्त किए गए हैं। इसके अलावा ऑनलाइन और ऑफलाइन सर्वे कराकर भी 45 लाख नागरिकों से 74 लाख सुझाव प्राप्त किए गए हैं। मिशन 2030 यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का लक्ष्य है कि प्रदेशवासियों द्वारा प्राप्त इन महत्वपूर्ण सुझावों को अमलीजामा पहनाते हुए उनकी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाए ताकि राजस्थान देश का सबसे विकसित राज्य बन सके।

यह यात्रा आमजन पर केंद्रित होगी जिसमें, मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत विभिन्न संवाद सत्रों के माध्यम से प्रदेश के युवाओं और महिलाओं के साथ-साथ विभिन्न वर्गों को साथ में जोड़ेंगे। श्री गहलोत भी प्रदेशवासियों को सार्थक संवाद से जोडऩे के लिए उत्सुक हैं, ताकि राजस्थान के बहुरंगी पक्षों को इसमें शामिल करते हुए मिशन 2030 की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। इस यात्रा में सार्वजनिक समारोहों और टाउनहॉल मीटिंग के माध्यम से विकास के विभिन्न पक्षों पर संवाद किया जाएगा, जिसमें स्थानीय समुदायों के सामने आ रहीं चुनौतियों के समाधानों पर भी चर्चा होगी। यह यात्रा मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की इस प्रतिबद्धता को भी दर्शाएगी कि राजस्थान के हर नागरिक की आवाज न सिर्फ सुनी जाएगी बल्कि राजस्थान के विकास के सफर में उसे शामिल भी किया जाएगा। यह यात्रा 1-2 अक्टूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष्य में दो दिनों के विराम के बाद 3 अक्टूबर को फिर से शुरू होगी। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री श्री गहलोत जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालोर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौडग़ढ़ के दौरे पर रहेंगे। प्रदेश में ऐसे बहुत से स्थान हैं जो कृषि, बागवानी, पशुपालन आदि क्षेत्रों में विशेष महत्व रखते हैं। ऐसे में हर आयु वर्ग के लोगों को नए अवसर प्रदान करते हुए रोजगार और विकास के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री जी द्वारा एक व्यापक खाका तैयार किया गया है। श्री गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा टूरिज्म, हस्तशिल्प आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की गई है और यह यात्रा राजस्थान समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को नई ऊंचाइयों पर लाने का काम करेगी।

प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की इस दूरदर्शी यात्रा में अपनी सक्रिय भागीदारी के लिए उत्साहित है और वह फिर से एक निर्णायक जनादेश देकर प्रदेश का भविष्य उज्जवल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएगी।

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