प्रदेशभर में एक ही समय पर हुआ सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम

Collective Surya Namaskar program held at the same time across the state
Collective Surya Namaskar program held at the same time across the state

जयपुर। सूर्योपासना के महापर्व सूर्य सप्तमी के विशेष अवसर पर जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयाेजन हुआ। प्रदेशभर के राजकीय व निजी विद्यालयों में बच्चे, शिक्षक व आमजनों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर भारतीय पारंपरिक योग प्रणाली द्वारा स्वस्थ जीवन जीने का संदेश दिया। शिक्षा एवं पंचायतराज मंत्री मदन दिलावर ने सूर्य नमस्कार कार्यक्रम काे लेकर सोशल मीडिया पर लिखा कि इस शुभ अवसर पर हमारी सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश के समस्त सरकारी एवं निजी विद्यालयों में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालयों के समस्त विद्यार्थियों, शिक्षकाें एवं कार्यरत कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। यह आयोजन योग एवं स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल रहा।

मेरा आप सभी से विनम्र आग्रह है कि प्रतिदिन सूर्य नमस्कार को अपनी दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाएं। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक उन्नति एवं सकारात्मक ऊर्जा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। नियमित सूर्य नमस्कार से जीवन में स्फूर्ति, चेतना एवं दृढ़ संकल्प का विकास होता है।हम सब मिलकर इस प्राचीन भारतीय परंपरा को आगे बढ़ाएं और एक स्वस्थ राजस्थान, विकसित राजस्थान के निर्माण में अपना योगदान दें।उल्लेखनीय है की पिछले वर्ष राज्य में 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को देखते हुए इस बार के आयोजन में अधिक उत्साह रहा। राज्य के सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों में प्रात: 9 बजे एक साथ सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयाेजन हुआ। शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने एसएमएस स्टेडियम के फुटबॉल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सूर्य नमस्कार किया।

पिछली बार आयोजन में 78,974 विद्यालयों के 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने भाग लिया था। इस बार सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं, स्कूल स्टाफ, एसएमसी, एसडीएमसी के सदस्यों के साथ अभिभावक एवं आमजन भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बने। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देशानुसार इस बार कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को भी सूर्य नमस्कार का भागीदार बनाया गया। छोटे बच्चों को यथा शक्ति सूर्य नमस्कार के दो से तीन चरण ही कराए गए। क्रीड़ा भारती संस्था ने सूर्य नमस्कार में सभी विद्यालयों एवं शिक्षक संस्थाओं का सहयोग किया।