वाणिज्य मंत्रालय का हो सकता है पुनर्गठन : पीयूष गोयल

पीयूष गोयल
पीयूष गोयल

2030 तक 2,000 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही वाणिज्य मंत्रालय के पुनर्गठन कर सकते हैं। इससे संबंधित रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। साथ ही भारत ने 2030 तक 2000 अरब डॉलर का निर्यात करने का लक्ष्य तय किया है। लॉस एंजेलिस के दौरे पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी वहां आयोजित एक कार्यक्रम में दी। उन्होंने यह भी कहा कि एक व्यापार संवद्र्धन निकाय के गठन का भी प्रस्ताव सामने आया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को लॉस एंजेलिस के एक कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी। इसी लक्ष्य के तहत मंत्रालय वाणिज्य विभाग को नए सिरे से ‘डिजाइनÓ करने पर काम कर रहा है।

पुनर्गठन से होंगे कई फायदे

गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह पुनर्गठन वैश्विक व्यापार में भारत का हिस्सा बढ़ाने, बहुपक्षीय संगठनों में नेतृत्व वाली भूमिका हासिल करने, वैश्विक चैंपियन के रूप में 100 भारतीय ब्रांड का सृजन करने, विनिर्माण आधार को मजबूत करने और निवेश आकर्षित करने के स्तंभों पर निर्भर है। गोयल ने कहा कि हम मंत्रालय के ढांचे को पुनगर्ठित करने की प्रक्रिया में हैं। हमारे पास एक विचार ‘इन्वेस्ट इंडियाÓ की तर्ज पर व्यापार संवद्र्धन निकाय के गठन का है। यह निकाय भारत से भारत के लिए व्यापार को प्रोत्साहन देगा।

गोयल ने व्यापार संवद्र्धन निकाय की जानकारी दी

मंत्रालय के तहत आने वाली ‘इन्वेस्ट इंडियाÓ एक एजेंसी है जो देश में निवेश आकर्षित करने में मदद करती है। गोयल ने कहा कि विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) जो अभी तक निर्यात, आयात से संबंधित मसलों को देखता रहा है, उसकी कुछ और भूमिकाएं हैं। इनमें व्यापार संवद्र्धन निकाय भी एक होगा। मंत्री ने पिछले महीने वाणिज्य विभाग के पुनर्गठन पर दस्तावेज जारी किए थे। गोयल ने कहा कि हमें अभी मंत्रालय के नए रूप पर रिपोर्ट मिली हैं। हम इस रिपोर्ट के व्यापक ब्योरे का अध्ययन कर रहे हैं।

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