
मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया
करौली। करौली जिले के सपोटरा में पेट्रोल डालकर जलाए गए पुजारी बाबूलाल वैष्णव का शुक्रवार देर रात उनके गांव पहुंचा। इसके बाद शनिवार सुबह बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता पीडि़त परिवार के घर पहुंचे।
उधर, पीडि़त परिवार की मांग है कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। उनकी मदद करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों पर भी एक्शन हो। इसके अलावा, परिवार ने 50 लाख रुपए का मुआवजा और परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही हम सुरक्षा भी चाहते हैं।

पीडि़त परिवार ने कह दिया है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती है तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उधर, सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, पूर्व विधायक मानसिंह भी पीडि़त परिवार के घर पहुंच गए हैं।किरोड़ीलाल मीणा ने कहा, गांव की सभी जातियों के पंच-पटेलों के साथ बातचीत के बाद यह फैसला हुआ है कि पुजारी परिवार को हर हाल में न्याय मिलना चाहिए। अपराधियों को सख्त सजा होनी चाहिए। मैंने पुजारी के परिवार को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता की है। गहलोत सरकार अपनी नींद तोड़े और पीडि़त परिवार इंसाफ दे।

कानून व्यवस्था पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से फोन पर चर्चा की
राज्यपाल कलराज मिश्र ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान में हो रहे अपराधों पर फोन कर चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल द्वारा करौली में पुजारी को जिंदा जलाने, बाड़मेर में नाबालिग से बलात्कार सहित प्रदेश की कानून एवं व्यवस्था के बारे में चर्चा की। राज्यपाल मिश्र ने मुख्यमंत्री इन घटनाओं पर चिंता जताई।

भाजपा ने तीन सदस्यों की कमेटी बनाई
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया ने पूरे मामले में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जिसमें सांसद रामचरण बोहरा के साथ राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर और जितेन्द्र मीणा को शामिल किया गया है। जो पूरे मामले में अपनी रिपोर्ट भाजपा के प्रदेश नेतृत्व को सौंपेगी।
पीड़ित ने कहा था- आरोपी मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहते थे
पुलिस के मुताबिक, पीडि़त ने बताया था, कैलाश मीणा अपने साथियों शंकर, नमो, किशन और रामलखन के साथ मंदिर के बाड़े पर कब्जा कर छप्पर लगा रहा था। मैंने विरोध किया तो पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मेरा परिवार मंदिर की 15 बीघा जमीन पर खेती कर अपना गुजारा करता है।