राजस्थान में इस साल बढ़ा इंसान-तेंदुओं के बीच संघर्ष, 5 माह में 6 लोगों की मौत

इंसान-तेंदुओं के बीच संघर्ष

जयपुर। राजस्थान में इंसानी आबादी में तेंदुओं की आवाजाही ने बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। बीते 2 दिनों में शहरी आबादी में तेंदुओं के आने की दो घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं। ये दोनों घटनाएं चौमू की है। इसमें शनिवार को चौमू-जयपुर रोड पर एक निजी अस्पताल के बेसमेंट में तेंदुआ घुस गया। इसके बाद मंगलवार रात को भी तेंदुआ चौमू की सडक़ों पर नजर आया। हालांकि दोनों घटनाओं में किसी इंसान पर हमला नहीं हुआ। लेकिन बीते 5 महीनों में तेंदुओं के हमलों में राजस्थान में 6 लोगों की जान जा चुकी है। तेंदुओं

इंसान-तेंदुओं के बीच संघर्ष
इंसान-तेंदुओं के बीच संघर्ष

इसमें हाल में 8 सितंबर को ही 40 वर्षीय मीराबाई की तेंदुए ने हमले में जान चली गई। इंसानी मौतों के बढ़ते मामलों को देखते हुए वन विभाग ने एनडब्ल्यूबी नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड को पत्र लिखकर इस मामले में मार्गदर्शन मांगा है। इसके अलावा वन विभाग ने राजस्थान में तेंदुए का संरक्षण करने वाली नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी से भी संपर्क किया है और इस मामले में सहायता की मांग की है।

वन विभाग के सेंस्स में 925 हुई तेंदुओं की आबादी

वन विभाग की ओर किए गए वॉटर होल सेंस्स के अनुसार इस साल तेंदुओं की आबादी 925 हो चुकी है जो 20222 में 818, 2020 में 637, 2019 में 635 व 2017 में 507 थी। वहीं हृञ्जष्ट्र, वन विभाग तथा वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के ज्वाइंट सर्वे में राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व में 167 तेंदुए, रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में 87 तेंदुए, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में 49 तेंदुए तथा 19 तेंदुए रामगढ़ टाइगर रिजर्व में पाए गए थे।

तेंदुए के हमलें हाल में हुई मौतें

30 मई : तेंदुए ने राजसमंद में 2.5 वर्षीय बच्चे को मार कर खा लिया।

23 जून : उदयपुर के झाडौल में तेंदुए ने 55 वर्षीय लक्ष्मीलाल पर हमला कर जान ले ली। वे जंगलों में महुआ एकत्र करने गए थे।

29 जून : राजसमंद के राजनगर में श्रमिक रणसिंह पर हमला कर जान ले ली। रण सिंह अपने घर की तरफ पैदल जा रहे थे तब रास्ते में तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया था।

16 अगस्त : उदयपुर के फालसिया में तेंदुए ने स्कूल जाते हुए एक 10 वर्षीय बच्चे पर हमला कर उसकी जान ले ली।

26 अगस्त : राजसमंद के राजनगर में ही एक अन्य घटना में तेंदुए ने 35 वर्षीय रुक्मा भील की जान ले ली। जिस वक्त रुक्मा पर तेंदुए ने हमला किया था उस वक्त वे जंगल में बकरियां चरा रहे थे।

8 सितंबर : 40 वर्षीय मीराबाई जंगल से लकडियां चुन रही थी तो पीछे से तेंदुए ने हमला कर दिया और उन्हें घसीट कर झाडियों में ले गया। इस घटना में मीराबाई की मौत हो गई थी।

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तेंदुओं के इंसानी आबादी पर लगातार हो रहे हमलों से विभाग चिंतित है और इस मामले में उन्होंने नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड तथा नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है।

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