कांग्रेस और भाजपा का दक्षिणी राजस्थान और गुजरात के आदिवासी अंचलों पर फोकस

  • बीटीपी के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने की मशक्कत
  • दक्षिणी राजस्थान का दौरा करेंगे अमित शाह
  • कांग्रेस का मई में उदयपुर में राष्ट्रीय चिंतन शिविर प्रस्तावित

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियां दक्षिणी राजस्थान और गुजरात के आदिवासी अंचलों पर फोकस कर रहे हैं। कांग्रेस का मई मे उदयपुर में राष्ट्रीय चिंतन शिविर का आयोजन करने और भाजपा का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का इन इलाकों का दौरा कराने का इरादा बताया जा रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हाल ही राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती डूंगरपुर जिले के रतनपुर बोर्डर पर कांग्रेस की साबरमती से राजघाट गौरव यात्रा के राजस्थान प्रवेश पर स्वागत कार्यक्रम में भाग लेने के साथ ही क्षेत्र का तूफानी दौरा कर गए है । उनके आगामी दिनों डूंगरपुर के सागवाडा एवं बांसवाड़ा जिले के गुजरात से सटे आदिवासी अंचल का दौरा करने की सम्भावना है।

वर्ष 2024 में लोकसभा के आम चुनावों से पहले गुजरात में इस वर्ष के अंत और राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में अगले साल 2023 के अन्त में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों को देखते हुए कांग्रेस और बीजेपी इन प्रदेशों में चुनावी मोड पर आ गई है। कांग्रेस और बीजेपी का पूरा फोकस उन जिलों और विधानसभा सीटों पर आ गया है, जहां पिछले चुनावों में इन पार्टियों को भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के बढ़ते प्रभाव के कारण अपनी सीटें गंवानी पड़ी थीं। इसलिए दोनों पार्टियां अभी से बीटीपी के बढ़ते प्रभाव को नियंत्रित करने की मशक्कत करने में जुट गई हैं।

बीटीपी ने अपना दायरा बढ़ाते हुए राजस्थान और गुजरात में राजनीतिक समीकरण बिगाड़ कर रख दिए है

गुजरात में बीटीपी के मुखिया छोटूभाई बसावा राजस्थान के डूंगरपुर-बांसवाड़ा समेत आदिवासी क्षेत्रों में बीटीपी का प्रभाव लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। दक्षिणी राजस्थान के गुजरात से सटे वागड़ अंचल की डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों की 9 विधानसभा सीटों में से अभी केवल 3 -3 सीटों पर ही कांग्रेस एवं बीजेपी के विधायक हैं। मौजूदा समय में डूंगरपुर जिले की 4 सीटों में से सिर्फ एक सीट आसपुर से बीजेपी के गोपीचंद मीणा विधायक हैं, जबकि दो सीटों चौरासी में बीटीपी के राजकुमार रोत और सागवाड़ा में बीटीपी के रामप्रसाद विधायक हैं। डूंगरपुर शहर की सीट से कांग्रेस के गणेश घोघरा विधायक हैं, जोकि यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं।

बांसवाड़ा जिले की 5 में से 2 ही सीटों पर बीजेपी विधायक हैं। घाटोल से बीजेपी के हरेन्द्र निनामा और गढ़ी से कैलाशचन्द मीणा बीजेपी विधायक हैं। बांसवाड़ा में कांग्रेस के भी 2 विधायक हैं, जिनमें बांसवाड़ा सीट से गहलोत सरकार के मन्त्री अर्जुन सिंह बामणिया और बागीदौरा से केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय विधायक हैं, जबकि कुशलगढ़ सीट से निर्दलीय रमिला खडिय़ा विधायक हैं।

कांग्रेस की पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पराजय, संगठन के कमजोर होने और लगातार पार्टी नेताओं के कांग्रेस छोडने तथा जी-23 कांग्रेस नेताओं की नाराजगी के मद्देनजर कांग्रेस के आलानेताओं द्वारा सामूहिक चिंतन करने हेतु कांग्रेस राष्ट्रीय चिंतन शिविर आयोजित करने का फैसला हुआ। राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत और सीडब्ल्यूसी मेम्बर उदयपुर के पूर्व सांसद रघु मीणा ने राहुल गांधी के समक्ष राजस्थान के खूबसूरत शहर उदयपुर में चिंतन शिविर आयोजित करने का प्रस्ताव रखा था। बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने मई के अंतिम सप्ताह में उदयपुर में चिंतन शिविर आयोजित करने का संकेत दिया हैं। कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी के दस जनपथ निवास पर गत शनिवार को हुई बैठक में उदयपुर में राष्ट्रीय चिंतन शिविर आयोजित करने पर फैसला होने की खबरें बाहर आई हैं। चिंतन शिविर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सीडब्ल्यूसी सदस्य, कांग्रेस राष्ट्रीय पदाधिकारी, कांग्रेस मुख्यमंत्री, सभी प्रदेशों के कांग्रेस अध्यक्ष, कांग्रेस प्रतिपक्ष नेता सहित करीब 300 प्रमुख नेताओ के भाग लेने की संभावना है।

कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने गत शनिवार को नई दिल्ली में सोनिया गांधी के निवास पर हुई बैठक में कांग्रेस के चिंतन शिविर के लिए उदयपुर में की जाने वाली व्यवस्थाओं और तैयारियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने हाल ही गौरव यात्रा के गुजरात से राजस्थान आगमन कार्यक्रम में डूंगरपुर जि़ले के रतनपुर बोर्डर की गुरुवार को हुई अपनी यात्रा के दौरान कांग्रेस चितंन शिविर स्थल को लेकर उदयपुर से करीब पांच किलोमीटर दूर कोडियाल-झालोड रोड पर ताज अरावली होटल का अवलोकन भी किया था, ऐसा बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विगत 14 मार्च को दिल्ली मे आयोजित हुई सीडब्ल्यूसी बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय चिंतन शिविर का आयोजन राजस्थान में करने का प्रस्ताव रखा था। बैठक के तुरन्त बाद सीडब्ल्यूसी सदस्य एवं उदयपुर के पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने राहुल गांधी से उदयपुर में चितंन शिविर आयोजित करने का अनुरोध किया था।

इधर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात स्थापना दिवस 1 मई को गुजरात के दाहोद में आदिवासी कांग्रेस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस बाबत पिछले शुक्रवार को कांग्रेस के गुजरात प्रदेश प्रभारी रघु शर्मा ने प्रदेशाध्यक्ष, कांग्रेस विधायक प्रतिपक्ष नेता तथा विधायकों, पदाधिकारियों की बैठक की है। गुजरात में आदिवासी समुदाय बाहुल्य इलाके में 37 विधानसभा क्षेत्र हैं। उनमें कांग्रेस के अभी 14 विधायक है।

कांग्रेस के कभी अपने मजबूत गढ़ रहे बलसाड-दाहोद इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करने के मद्देनजर काफी मशक्कत कर रही है। कांग्रेस नेतृत्व ने गुजरात कांग्रेस विधायक दल नेता का पद भी आदिवासी समुदाय के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक को सौंपा है। पिछले महीने गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने गांधीनगर मे जल, जमीन,जरूरी सुविधा की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय की बड़ी रैली का आयोजन किया था।

इसी प्रकार बताया जा रहा है कि राजस्थान बीजेपी अमित शाह को गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले ही राजस्थान लाकर बीटीपी और कांग्रेस के प्रभाव वाले क्षेत्रों में सेंधमारी के प्रयासों में जुट गई है। माना जा रहा है कि अप्रैल आखिर में अथवा मई की शुरूआत में अमित शाह राजस्थान दौरे पर आ सकते हैं। बीजेपी की सक्रियता अमित शाह के आने के बाद बढ़ेगी । गुजरात राजस्थान और निकटवर्ती प्रदेशों का एक बड़ा आदिवासी इलाका फिलहाल बीजेपी से छूटा हुआ है। 14 अप्रैल को बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने राजधानी जयपुर का दौरा किया और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा के साथ बैठक कर भावी रणनीति की रुपरेखा तैयार करने की योजना बनाई है । केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का राजस्थान में मई के दूसरे अथवा तीसरे सप्ताह में दो जगह डूंगरपुर-बांसवाड़ा तथा अजमेर या बीकानेर में प्रवास का कार्यक्रम बनने के आसार हैं।

बताया जा रहा है कि भाजपा प्रदेश संगठन ने डूंगरपुर – बांसवाड़ा में आदिवासी सम्मेलन तथा अजमेर अथवा बीकानेर में से एक जगह भाजपा सम्मेलन में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का संबोधन कराने की योजना बनाई है। हाल ही दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह के परिवार में शादी समारोह के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह एवं भाजपा के अन्य नेताओं की मुलाक़ात भी हुई है।

इस बीच दिल्ली में आज मंगलवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ प्रदेश संगठन विषय पर विचार विमर्श के लिए राज्य के भाजपा आलानेताओं की बैठक हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा.सतीश पूनिया, संगठन महामंत्री चन्द्र शेखर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रतिपक्ष नेता गुलाबचन्द कटारिया, उपनेता राजेन्द्र राठौड़ मौजूद रहे। बैठक में एक जुट होकर राजस्थान सरकार को घेरने और 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा आम चुनावों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।