
राम मंदिर पर पार्टी के रुख से थे नाराज, खड़गे को लिखा था पत्र
नई दिल्ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले गौरव वल्लभ ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी नेता विनोद तावड़े ने उन्होंने पार्टी की सदस्यता दिलाई। उनके साथ ही बिहार कांग्रेस के नेता अनिल शर्मा और आरजेडी नेता उपेन्द्र प्रसाद भी बीजेपी में शामिल हुए। इससे पहले अपने कांग्रेस छोड़ने के फैसले पर गौरव वल्लभ ने कहा कि मैंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर मेरे दिल की सारी भावनाएं उसमें व्यक्त कर दीं हैं।
बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि मैंने अपने दिल की सारी व्यथाएं कांग्रेस पार्टी को समय-समय पर अवगत कराई। मेरा हमेशा मानना रहा है कि भगवान राम का मंदिर बने और न्यौता मिले और हम न्यौते को ठुकरा दें, कांग्रेस पार्टी यह लिखकर दे दे कि हम नहीं जा सकते, मैं ये नहीं स्वीकार कर सकता हूं।
वेल्थ क्रिएटर्स को नहीं दे सकता गाली
वल्लभ ने कहा कि मैं अर्थशास्त्र का विद्यार्थी हूं। बड़े समय तक देश के प्रतिष्ठित संस्थाओं में मैंने अर्थशास्त्र और वित्त पढ़ाया भी है। सुबह से शाम तक वेल्थ क्रिएटर्स को गाली, उन नीतियों को गाली, उदारीकरण, निजीकरण को गाली, वैश्विकरण को गाली, मनमोहन और नरसिम्हा राव ने जो किया उसे पूरी दुनिया मानती हैं, आप उन नीतियों को गाली दे रहे हैं। कोई बिजनेस करे उसे गाली, कोई विनिवेश करे उसे गाली, एयर इंडिया कोई खरीदे वो गलत। मुझे लगता है मुद्दों को टैकल करने में कांग्रेस पार्टी के अंदर गैप आ रहे हैं। मैंने चि_ी में यह सब साफ-साफ लिखा है।
कोई सनातन को गाली दे और मैं चुप बैठ जाऊं, यह नहीं हो सकता
उन्होंने कहा कि मेरे से यह नहीं होगा कि जब सनातन धर्म को गाली दी जाए और मैं चुप बैठ जाऊं। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने, उनके सहयोगियों ने सनातन धर्म पर बड़े-बड़े सवाल उठाए, उनका जवाब क्यों नहीं दिया गया? मैं आज भाजपा में शामिल हुआ और मुझे उम्मीद है कि मैं अपनी योग्यता,ज्ञान का प्रयोग भारत को आगे ले जाने में करूंगा।
विधानसभा चुनाव में उदयपुर से थे कांग्रेस उम्मीदवार
गौरव वल्लभ ने पिछले साल अशोक गहलोत और सचिन पायलट विवादों में भी खुलकर स्टैंड लिया था और गहलोत के समर्थन में बयान दिए थे। साल 2022 में उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के इलेक्शन कैंपेन को संभाला था। वे पार्टी के अंदर आर्थिक मसलों पर मजबूती से बात रखते आए आए हैं। वे 2023 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में उदयपुर सीट से मैदान में उतरे थे। हालांकि, बीजेपी उम्मीदवार ताराचंद्र जैन ने 32,000 से ज्यादा वोटों से हरा दिया था।