
अजमेर में बोले पीएम: हर पन्ने पर भारत के टुकड़े करने की बू आ रही, मुस्लिम लीग की सोच झलक रही
अजमेर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को राजस्थान के अजमेर के पुष्कर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कल एक झूठ का पुलिंदा जारी किया। यह झूठ का पुलिंदा कांग्रेस को बेनकाब करने वाला घोषणापत्र है। हर पन्ने पर भारत के टुकड़े करने की बू आ रही है। कांग्रेस के घोषणापत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के समय मुस्लिम लीग में थी। मोदी ने कहा कि हालात ये है कि कांग्रेस को सीटों पर उम्मीदवार भी नहीं मिल रहे।
कांग्रेस के पास न नीतियां और न ही सिद्धांत
पीएम मोदी ने कहा कि आज की कांग्रेस के पास न तो सिद्धांत और न ही नीतियां बची हैं। घोषणापत्र देखने पर लगता है कि कांग्रेस देश को पिछली शताब्दी पर धकेलने का एजेंडा लेकर आई है। क्या हम देश को पिछली शताब्दी में धकेलने देंगे? उन्होंने कहा कि गरीब और वंचित वर्ग की तरह ही कांग्रेस ने कभी नारी शक्ति की परवाह नहीं की। आजादी के बाद पीढ़ी दर पीढ़ी देश की करोड़ो बेटियों का जीवन कष्ट में बीता। उसके लिए कौन जिम्मेदार है? ऐसी कांग्रेस को सजा मिलनी चाहिए या नहीं?
आपको तय करना है देश का भविष्य
उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में कभी-कभी ऐसे मौके आते हैं, जब देश के नागरिकों का एक फैसला अगले सैकड़ों वर्षों का भविष्य तय करता है। 2024 का ये चुनाव ऐसा ही एक अवसर है।
यह भी संयोग
पीएम मोदी ने कहा कि 6 अप्रैल को ही भाजपा की स्थापना हुई थी। ये संयोग देखिए कि आज ही मुझे पुष्कर क्षेत्र में आने का सौभाग्य मिला है। ब्रह्माजी तो निर्माता हैं और भाजपा भी नए भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आज याद कीजिए, कितने दशकों तक हमारे देश में जोड़-तोड़ वाली सरकारें चलीं। गठबंधन की मजबूरियां और हर किसी के अपने स्वार्थ इन सब में देश का हित पीछे छूट गया था।
पहले अखबारों में केवल घोटाले छपते थे
उन्होंने कहा कांग्रेस के समय में गांव, गरीब, किसान, मजदूर, युवा, महिला इन सभी का जीना मुश्किल हो गया था। हर दिन अखबारों में या तो घोटालों की खबरें छपती थीं या आतंकी हमलों की खबरें आती थीं, लेकिन 2014 से देश में एक बड़े बदलाव की शुरुआत हुई।
कांग्रेस एक तो करेला, दूसरा नीम चढ़ा
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस जहां रहती है, वहां विकास नहीं हो सकता। कांग्रेस ने ना कभी गरीब की परवाह की और ना ही कभी वंचितों-शोषितों-युवाओं के बारे में सोचा। कांग्रेस के लिए यही कहा जा सकता है- एक तो करेला, दूसरा नीम चढ़ा। एक तो परिवारवादी पार्टी और दूसरा उतनी ही भ्रष्टाचारी पार्टी।