
जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने 33 उम्मीदवारों की पहली सूची शनिवार को जारी कर दी। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी सहित प्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं के टिकटों का एलान कर दिया है। इस सूची में किसी भी विधायक का नाम नहीं काटकर पुराने चेहरे ही रिपीट किए हैं।

29 विधायकों को टिकट दिए गए हैं। इनमें एक निर्दलीय विधायक भी शामिल है। तीन उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। उन्हें फिर उतारा है। वहीं एक उम्मीदवार ऐसा है, जिसने पिछले चुनाव में कांग्रेस से बागी होकर बसपा से चुनाव लड़ा था। सूची में ऐसे किसी विधायक या नेता के नाम शामिल नहीं हैं, जो सत्ता संघर्ष के दौरान एक-दूसरे खेमे के नेताओं के लिए खुलकर बोले थे। माना जा रहा है कि ऐसा कर कांग्रेस ने एकजुटता का संदेश दिया है।
कांग्रेस ने हाल ही दिल्ली में हुई सीईसी की बैठक में सौ से अधिक उम्मीदवारों के नाम की सूची को अंतिम रूप दिया था। लेकिन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पहली सूची में 33 उम्मीदवारों के नाम ही जारी किए हैं। बड़ी बात यह है कि मुख्यमंत्री सहित प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं को पहली सूची में उम्मीदवार बनाकर चुनावी बिसात बिछा दी है। इस सूची में 5 मंत्री भी शामिल हैं। शेष मंत्रियों को अभी होल्ड पर रखा गया है। वहीं बसपा से कांग्रेस में आए किसी भी विधायक का नाम सूची में शामिल नहीं किया है।
29 विधायक फिर मैदान में

कांग्रेस में चर्चा थी कि सर्वे के आधार पर तमाम विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं, लेकिन पहली सूची में सर्वे के आधार पर एक भी नाम काटा नहीं गया है। 33 में से 29 विधायकों को फिर से मैदान में उतारा गया है। इनमें सत्ता संघर्ष के समय कांग्रेस का साथ देने वाली निर्दलीय विधायक रमीला खडिय़ा भी शामिल हैं। इन्हें कुशलगढ़ सीट से उम्मीदवार बनाया है। वे पिछला चुनाव इसी सीट से निर्दलीय जीतीं थीं।
तीन हारे, एक बागी रहे उम्मीदवार को टिकट
पहली सूची में 3 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें गत चुनाव में हार के बाद फिर टिकट दिया गया है। मालवीय नगर से अर्चना शर्मा को दो बार हारने के बाद तीसरी बार कांग्रेस ने मैदान में उतारकर विश्वास जताया है। पुष्पेन्द्र सांगानेर से पिछला चुनाव हार गए थे। वहीं मांडलगढ़ सीट पर विवेक धाकड़ को टिकट मिला है। धाकड़ पहले एक उप चुनाव जीत चुके हैं, हालांकि गत चुनाव में वे हारे थे। कांग्रेस ने पहली सूची में सिर्फ पांच मंत्रियों को टिकट दिए हैं। इनमें टीकाराम जूली, भंवरसिहं भाटी, ममता भूपेश, महेन्द्रजीत सिहं मालविया और अशोक चांदना शामिल हैं। अन्य मंत्रियों को पहली सूची में जगह नहीं मिलने से धडक़नें बढ़ गई हैं।
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